Odisha State Board BSE Odisha 8th Class Hindi Solutions Chapter 2 पुष्प की अभिलाषा Textbook Exercise Questions and Answers.
BSE Odisha Class 8 Hindi Solutions Chapter 2 पुष्प की अभिलाषा
अनुशीलनी
1. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर पचास शब्दों में दीजिए-
(क) पुष्प की क्या अभिलाषा नहीं है ?
उत्तर:
देव- कन्याओं के गहनों में गूंथा जाना, प्रेमिक की माला में बिंध प्यारी को प्रलोभित करना, सम्राटों के शव पर डाला जाना, देवताओं के सिर पर चढ़कर अपने भाग्य पर गर्व करना इनमें से एक भी पुष्प की अभिलाषा नहीं है। अर्थात् पुष्प सौदंर्य, प्रेम, सत्ता या अमरता कुछ भी नहीं चाहता ।
(ख) पुष्प वनमाली से क्या कहता है ?
उत्तर:
पुष्प वनमाली से कहता है – है बाग के माली, मुझे तोड़ लेना और मातृभूमि की रक्षा करने के लिए अपने जीवन को न्योछावर करने जिस पथ पर अनेक वीर जाएँ, उसी पथ पर फेंक देना, या भगवान मुझे वहीं फेंके जिससे मुझे वीरों के पद-रज मिले और मैं उनका पथ कोमल बना दूँ ।
2. नीचे के प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए ।
(क) क्या पुष्प देवकन्या के गहने में गूँथा जाना चाहता है ?
उत्तर:
नहीं, पुष्प देवकन्या के गहनों में गूंथा जाना नहीं चाहता ।
(ख) फूल का देवताओं के सिर पर चढ़ना कैसी बात है ?
उत्तर:
फूल का देवताओं के सिर पर चढ़ना गर्व की बात है । लेकिन यहाँ यह फूल इसे गर्व की बात नहीं मानता ।
(ग) सैनिक सीस चढ़ाते हैं का क्या मतलब है ?
उत्तर:
इसका मतलब है- सैनिक देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करते हैं ।
3. सही विकल्प चुनकर उत्तर दीजिए ।
(क) पुष्प सुरबाला के क्या बनना नहीं चाहता?
(i) काजल
(ii) गहनों में गूँथा जाना-
(iii) गहनों में गूँथा जाना
(iv) शीशफूल
उत्तर:
(iii) गहनों में गूँथा जाना
(ख) देवताओं के सिर पर चढ़कर फूल किस पर इठलाना नहीं चाहता ?
(i) जीवन
(ii) भाग्य
(iii) उम्र
(iv) रूप
उत्तर:
(ii) भाग्य
(ग) किनके शवों पर फूल चढ़न नहीं चाहता?
(i) पशुओं के
(ii) पक्षियों के
(iii) सम्राटों के
(iv) नेताओं के
उत्तर:
(iii) सम्राटों के
(घ) वीर अपने पथ पर क्यों जाते हैं ?
(i) फूल पर पैर रखने
(ii) फूल तोड़ने
(iii) मातृभूमि पर सीस चढ़ाने
(iv) युद्ध क्षेत्र में लड़ने
उत्तर:
(iii) मातृभूमि पर सीस चढ़ाने
4. खाली स्थान भरिए –
(i) सुरबाला के गहनों _____ गूँथा जाऊँ ।
(ii) प्रेमी माला में बिंध प्यारी _____ ललचाऊँ ।
(iii) देवों के सिर ________ चहूँ
(iv) उस पथ ________ तुम देना फेंक ।
उत्तर:
(i) में
(ii) को
(iii) पर
(iv) पर
5. ‘क’ स्तंभ के साथ ‘ख’ स्तंभ का मिलान कीजिए-
‘क’ स्तंभ — ‘व्ख’ स्तंभ
सुरबाला — शव
सम्राट — प्यारी
मातृभूमि — वीर
प्रेमीमाला — गहने
(भाषाकार्य)
Question 1.
इन शब्दों के अर्थ लिखिए:
सीस, सुरबाला, चाह, वनमाली
उत्तर:
सीस – मस्तक,
सुरबाला – देवकन्या
चाह – अभिलाषा
वनमाली – बाग का माली
आप के लिए काम :
(क) इस कविता को कंठस्थ कीजिए ।
(ख) आप मातृभूमि के लिए क्या-क्या करना चाहते हैं ?
उत्तर:
मैं मातृभूमि के लिए आवश्यकता पड़ने पर शत्रु से लड़ना चाहता हूँ । अपने जीवन को न्योछावर करना चाहता हूँ । देश की सीमा और संपत्ति की सुरक्षा करना चाहता हूँ । देश का झंडा सदा ऊँचा रखना चाहता हूँ । देश के विकास तथा सम्मान के लिए अपना श्रम और साधन देना चाहता हूँ ।
(ग) आपने भी कई तरह के फूल देखे होंगे। सफेद, लाल, पीले । ये सुन्दर फूल मुलायम और सुगन्धित होते हैं। अपने आस पास दिखने वाले कुछ फूलों के नाम लिखिए ।
उत्तर:
(घ) इन शब्दों के लिंग बदलिए प्रेमी, माली, कवि
उत्तर:
प्रेमी प्रेमिका, माली मालिन कवि कवयित्री
(ङ) इन शब्दों के वचन बदलिए:
गहने, फूल, माली, काँटा, माला, इच्छा
उत्तर:
गहने – गहना, फूल – फूल, काँटा – काँटे,
माला – माली, इच्छा – इच्छाएँ, चाह – चाहें
परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर
एक-एक वाक्य में उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
क्या पुष्प देवकन्याओं के गहनों में गूँथा जाना चाहता है ?
उत्तर:
पुष्प देवकन्याओं के गहनों में गूंथा जाना नहीं चाहता।
प्रश्न 2.
फूल किसमें बींधा जाना नहीं चाहता ?
उत्तर:
फूल प्रेममीला में बींधा जाना नहीं चाहता ।
प्रश्न 3.
फूल प्रेमीमाला में बिंधकर क्या करना नहीं चाहता ?
उत्तर:
फूल प्रेमीमाला में बिंधकर प्यारी को ललचाना नहीं चाहता।
प्रश्न 4.
फूल कहाँ डाला जाना नहीं चाहता ?
उत्तर:
फूल सम्राटों के शव पर डाला जाना नहीं चाहता।
प्रश्न 5.
फूल का देवताओं के सिर पर चढ़ना कैसी बात नहीं है ?
उत्तर:
फूल का देवताओं के सिर पर चढ़ना भाग्य पर गर्व करने की बात नहीं हैं ।
प्रश्न 6.
फूल उसे तोड़ लेने को किससे अनुरोध करता है ?
उत्तर:
फूल उसे तोड़ लेने को वनमाली से अनुरोध करता है ।
प्रश्न 7.
फूल वनमाली से क्या अनुरोध करता है ?
उत्तर:
फूल वनमाली से उसे तोड़ लेने का अनुरोध करता है ।
प्रश्न 8.
वनमाली शब्द का प्रयोग किन-किन अर्थों में हुआ है ?
उत्तर:
वनमाली शब्द का प्रयोग दो अर्थों में हुआ है.
- बाग का माली
- भगवान
प्रश्न 9.
‘सैनिक सीस चढ़ाते हैं’ का मतलब है ?
उत्तर:
‘सैनिक सीस चढ़ाते हैं’ का मतलब है सैनिक देश के लिए अपने प्राणों की बलि चढ़ाते हैं ।
प्रश्न 10.
फूल वनमाली से क्या अनुरोध करता है ?
उत्तर:
फूल वनमाली से अनुरोध करता है कि वह उसे तोड़ ले और जिस रास्ते पर सैनिक मातृभूमि की रक्षा करने जाते हैं, उसी रास्ते पर डाल दें ।
प्रश्न 11.
फूल क्या चाहता है ?
उत्तर:
फूल चाहता है कि वह मातृभूमि के लिए अपने प्राण देने वाले सैनिकों के पैरों के नीचे पड़ा रहे ।
एक या दो शब्द में उत्तर दीजिए :
प्रश्न 1.
फूल किसके गहनों में गूँथा जाना नहीं चाहता ?
उत्तर:
सुरबाला के
प्रश्न 2.
फूल किसमें बिंधना नहीं चाहता ?
उत्तर:
प्रेमीमाला में
प्रश्न 3.
फूल प्यारी को क्या करना नहीं चाहता ?
उत्तर:
ललचाना
प्रश्न 4.
फूल कहाँ डाला जाना नहीं चाहता ?
उत्तर:
सम्राटों के शव पर
प्रश्न 5.
फूल कहाँ चढ़ना नहीं चाहता ?
उत्तर:
देवों के सिर पर
प्रश्न 6.
फूल किस पर इठलाना नहीं चाहता ?
उत्तर:
भाग्य पर
प्रश्न 7.
फूल किससे प्रार्थना करता है कि उसे तोड़ लें ?
उत्तर:
वनमाली से
प्रश्न 8.
फूल कहाँ फेंका जाना चाहता है ?
उत्तर:
शहीदों के पथ पर
प्रश्न 9.
मातृभूमि पर सीस चढ़ाने कौन जाते हैं ?
उत्तर:
वीर
प्रश्न 10.
वीर किस पर सीस चढ़ाने जाते हैं ?
उत्तर:
मातृभूमि पर
प्रश्न 11.
‘पुष्प की अभिलाषा’ कविता किसने लिखी है ?
उत्तर:
माखनलाल चतुर्वेदी ।
शून्यस्थान की पूर्ति कीजिए :
1. चाह नहीं मैं ______ के गहनों में गूँथा जाऊँ
2. चाह नहीं प्रेमी माला में बिंध ______ को ललचाऊँ ।
3. चाह नहीं सम्राटों के शव पर है ______ डाला जाऊँ ।
4. चाह नहीं देवों के सिर पर चढूँ भाग्य पर ______
5. मुझे तोड़ लेना ______
6. ______ पर सीस चढ़ाने जिस पथ जाएँ वीर अनेक ।
Answer:
1. सुरबाला
2. प्यारी
3. हरि
4. इठलाऊँ
5. वनमाली
6. मातृभूमि
शून्यस्थान पर सही परसर्ग भरिए :
1. मैं गहनों ____ न गून्था जाऊँ। (पर, से, में)
2. मैं प्यारी ____ न ललचाऊँ। (को, से, ने)
3. मुझे उस ____ फेंक देना। (में, पर, को)
4. वीर मातृभूमि ____ सीस चढ़ाने जाएँ। (को, में, पर )
5. मैं भाग्य. ____ न इठलाऊँ। (पर, को, से)
उत्तर:
1. में 2 को 3 पर 4 पर 5 पर
सही विकल्प चुनिए :
Question 1.
सुरबाला के गहनों में गूँथा जाने का तात्पर्य क्या है ?
(A) समृद्धि के शिखर पर पहुँचना
(B) सत्ता के शिखर पर पहुँचना
(C) सौंदर्य के शिखर पर पहुँचना
(D) सेवा के शिखर पर पहुँचना
Answer:
(C) सौंदर्य के शिखर पर पहुँचना
Question 2.
प्रेम – माला का फूल क्या करता है ?
(A) सुंदर दिखाई पड़ता है
(B) सुगंध बिखेरता है
(C) ताजा दिखाई पड़ता है
(D) प्यारी को ललचाता है
Answer:
(D) प्यारी को ललचाता है
Question 3.
फूल कहाँ डाला जाना उचित समझता है ?
(A) देवों के सिर पर
(B) प्रेमी माला में
(C) देशप्रेमी वीरों के पथ पर
(D) सम्राट के शव पर
Answer:
(C) देशप्रेमी वीरों के पथ पर
Question 4.
देवों के सिर पर चढ़ने वाले सामान्यत: क्या करते हैं?
(A) भाग्य पर गर्व करते हैं
(B) भाग्य की निंदा करते हैं
(C) फिर से गिर पड़ते हैं
(D) वनवासी और बाग का माली
Answer:
(A) भाग्य पर गर्व करते हैं
Question 5.
वनमाली के दो अर्थ क्या-क्या हैं ?
(A) भगवान, बाग का माली
(B) भगवान और जंगली माली
(C) श्रीकृष्ण और सुदामा माली
(D) वहीं चिपके रहते हैं
Answer:
(C) श्रीकृष्ण और सुदामा माली
Question 6.
मातृभूमि पर सीस चढ़ाने का अर्थ क्या है ?
(A) लड़ाई करना
(B) नमन करना
(C) प्राणवलि देना
(D) प्राण की बाजी लगाना
Answer:
(C) प्राणवलि देना
Question 7.
फूल क्या नहीं चाहता ?
(A) माली उसे तोड़ ले
(B) वीर उस पर पैर रखें
(C) वीरों के पथ पर रहना
(D) देवों के सिर पर चढ़ना
Answer:
(D) देवों के सिर पर चढ़ना
Question 8.
वीरों के मार्ग पर बिछाए जाने से फूल का कौन-सा उद्देश्य पूरा होगा ?
(A) वह अधिक सुंदर हो सकेगा
(B) वीरों का मार्ग कोमल कर सकेगा
(C) उसका भाग्य चमकेगा
(D) पौधे से मुरझाकर गिरना न पड़ेगा
Answer:
(B) वीरों का मार्ग कोमल कर सकेगा
Question 9.
फूल के मन में कौन-सा भाव जाग्रत हुआ है ?
(A) देशप्रेम
(B) देशद्रोह
(C) सौंदर्य-प्रेम
(D) उच्च आसन की लालसा
Answer:
(A) देशप्रेम
Question 10.
फूल किस पथ पर पड़े रहना चाहता है ?
(A) जिस पथ से देशप्रेमी वीर जा चुके हैं।
(B) जिस पथ पर देशप्रेमी वीर आनेवाले हैं।
(C) जो पथ कंकरीला है
(D) जो पथ मिट्टी से भरा है
Answer:
(B) जिस पथ पर देशप्रेमी वीर आनेवाले हैं।
Question 11.
‘उस पथ पर फेंक देना’ में फेंकना का अर्थ क्या है ?
(A) ऊपर उछालता
(B) श्रद्धापूर्वक बिछाना
(C) बाहर निकाल देना
(D) तितर-बितर कर देना
Answer:
(B) श्रद्धापूर्वक बिछाना
Question 12.
फूल सबसे अधिक किसे चाहता है ?
(A) देश-भक्ति
(B) भारत का सम्मान
(C) काँटे से लड़ना
(D) दुश्मन से लड़ना
Answer:
(A) देश-भक्ति
Question 13.
अभिलाषा का अर्थ क्या है ?
(A) प्रार्थना
(B) विश्वास
(C) चाह
(D) निराशा
Answer:
(C) चाह
Question 14.
‘इठलाना’ का अर्थ क्या है ?
(A) कोसना
(B) डर जाना
(C) खुश होना
(D) गर्व करना
Answer:
(D) गर्व करना
Question 15.
पुष्प को कहाँ रहना पसंद नहीं है ?
(A) सम्राटों के सिर पर
(B) देवों के सिर पर
(C) सम्राटों की माला में
(D) रानियों के गहनों में
Answer:
(B) देवों के सिर पर
Question 16.
पुष्प किससे अनुरोध करता है कि वह उसे तोड़ ले ?
(A) माली से
(B) बगीचे के मालिक से
(C) अपने भाग्य से
(D) वीर जवानों से
Answer:
(A) माली से
Question 17.
वीर कहाँ शीश चढ़ाते हैं ?
(A) बगीचे में
(B) रण-भूमि में
(C) विदेश में
(D) अपने देश में
Answer:
(B) रण-भूमि में
Question 18.
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने वाले कैसे होते हैं?
(A) सज्जन
(B) दुर्जन
(C) देशप्रेमी
(D) देशद्रोही.
Answer:
(C) देशप्रेमी
Question 19.
पुष्प को कहाँ रहना पसंद है ?
(A) वनमाली के हाथ में
(B) वीरों के गले में
(C) मातृभूमि के पथ पर
(D) वीरों के चरणों के नीचे
Answer:
(D) वीरों के चरणों के नीचे
Question 20.
‘मैं सिर पर चहूँ।’ यह वाक्य किस काल में है ?
(A) भविष्यत् में
(B) भूत में
(C) वर्तमान में
(D) अतीत में
Answer:
(A) भविष्यत् में
Question 21.
पुष्पं चाहता है
(A) शव पर डाला जाना
(B) माला में बिंधना
(C) गहनों में गूंथा जाना
(D) वीरों के पच पर डाला जाना
Answer:
(D) वीरों के पच पर डाला जाना
‘क’ स्तम्भ के पदों के साथ ‘ख’ स्तम्भ के पदों का मिलान
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
1. चाह नहीं मैं सुरबाला के | देना उस पथ पर फेंक |
2. मुझे तोड़ लेना वनमाली | हे हरि डाला जाऊँ |
3. चाह नहीं देवों के सिरपर | बिंध प्यारी को ललचाऊँ |
4. चाह नहीं प्रेमीमाला में | चहूँ भाग्य पर इठलाऊँ |
5. चाह नहीं सम्राटों के शव पर | गहनों में गूंथा जाऊँ |
Answer:
‘क’ स्तम्भ | ‘ख’ स्तम्भ |
1. चाह नहीं मैं सुरबाला के | देना उस पथ पर फेंक |
2. मुझे तोड़ लेना वनमाली | हे हरि डाला जाऊँ |
3. चाह नहीं देवों के सिरपर | बिंध प्यारी को ललचाऊँ |
4. चाह नहीं प्रेमीमाला में | चहूँ भाग्य पर इठलाऊँ |
5. चाह नहीं सम्राटों के शव पर | गहनों में गूंथा जाऊँ |
३० शब्दों / दो-तीन वाक्यों में उत्तर दीजिए :
Question 1.
पुष्प की अभिलाषा क्या नहीं है ?
Answer:
पुष्प कहता है कि मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाना नहीं चाहता या प्रेमीमाला में बिंध प्रेयसी को ललचाना नहीं चाहता । पुष्प सम्राटों के शव पर डाला जाना और देवों के सिर पर चढ़कर अपने भाग्य पर गर्व करना नहीं चाहता ।
Question 2.
पुष्प की अभिलाषा क्या है ?
or, पुष्प वनमाली से क्या कहता है ?
Answer:
पुष्प की अभिलाषा है देश की सेवा में शामिल होना । वह वनमाली (भगवान या बगीचे के माली) से अनुरोध करता है कि वह उसे तोड़कर उस पथ पर फेंक दे, जिस पथ पर वीर मातृभूमि की रक्षा करने जाते हों। वह वीरों का पथ कोमल बनाकर उनकी सहायता करना चाहता है ।
पंक्तियों के अर्थ एक-दो वाक्यों में समझाइए:
Question 1.
चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ ।
Answer:
फूल कहता है कि देवकन्याओं के गहनों में गूँथा जाना मेरी चाह नहीं है।
Question 2.
चाह नहीं प्रेमीमाला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ ।
Answer:
फूल प्रेमी की माला में बींधा जाना और प्रेमिका के मन में लालच उत्पन्न करना नहीं चाहता।
Question 3.
चाह नहीं सम्राटों के शव पर हे हरि डाला जाऊँ ।
Answer:
फूल भगवान से प्रार्थना करता है कि मैं सम्राटों के शव पर डाला जाना नहीं चाहता ।
Question 4.
चाह नहीं देवों के सिर पर चहूँ, भाग्य पर इठलाऊँ
Answer:
फूल देवताओं के मस्तक पर चढ़कर अपने भाग्य पर गर्व करना नहीं चाहता।
Question 5.
मूझे तोड़ लेना वनमाली
देना उस पथ पर फेंक,
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने
जिस पथ जाएँ वीर अनेक ।
Answer:
फूल बाग के माली से अनुरोध करता है, हे माली ! मुझे तुम तोड़ लेना और मातृभूमि की रक्षा करने के लिए अपने प्रोणों की बलि चढ़ाने जिस पथ से अनेक वीर सैनिक जाएँगे, उसी पथ पर मुझे डाल देना।
कवि परिचय :
पंडित माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म बाबई नामक गाँव में सन् १८८८ ई. में हुआ था और मृत्यु सन् १९६८ ई में हुई थी । पहले एक मिडिल स्कूल में अध्यापक हुए, बाद में ‘कर्मवीर’ के संपादक हुए। वे राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेते रहे । जेल भी गए।
हिमतरंगिणी, हिमकिरीटिनी, माता, समर्पण, युगचरण आदि इनके काव्य-संग्रह हैं|
काव्य – जगत में लोग इन्हें एक भारतीय आत्मा मानते हैं । “पुष्प की अभिलाषा’ कविता ने इन्हें सर्वाधिक प्रसिद्धि दिलाई । इसमें उद्बोधन है, राष्ट्रप्रेम है, बलिदान की भावना है।
कविता के भावबोधं
फूल संसार में सबसे सुंदर और प्रिय वस्तु है । उसे देवकन्याएँ अपने को सजाने के लिए व्यवहार करती हैं। प्रेमी अपनी प्यारी को फूलमाला पहनाता है । लोग सम्राटों के शव पर फूल डालते हैं और देवताओं के सिर पर फूल चढ़ाते हैं । लेकिन फूल की इच्छा है कि वह मातृभूमि के लिए अपने प्राण देने वाले सैनिकों के पैरों के नीचे पड़ा रहे । अर्थात् वह मातृभूमि के भक्तों को सबसे अधिक चाहता है ।
सप्रसंग व्याख्या
चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ,
चाह नहीं प्रेमीमाला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ,
चाह नहीं सम्राटों के शव पर हे हरि डाला जाऊँ,
चाह नहीं देवों के सिर पर चहूँ भाग्य पर इठलाऊँ ।।
शब्दार्थ (सार्थ)
- चाह – इच्छा (ଇଚ୍ଛା, ଅଭିଳାଷ)
- सुरबाला – देव कन्या (ଦେବ କନ୍ୟା)
- गहने – आभूषण (ଆଭୂଷଣ, ଗହଣା)
- गूँथा जाना – पिरोया जाना (ଗୁନ୍ଥା ଯିବା)
- प्रेमी – प्रेमिक (ପ୍ରେମିକ)प्यारी प्रेमिका, प्रिय पात्र – (ବିଦ୍ଧ । କଣା ହେବା) ।
- ललचाना मन में लालच उत्पन्न करना
- शव लाश – (ପ୍ରେମିକା) । ललचाना – मन में लालच उत्पन्न करना
- हरि भगवान – (ଭଗବାନ) ।
- देव देवता – (ଦେବତା) ।
- सिर माथा, मस्तक – (ମସ୍ତକ) ।
- इठलाना गर्व करना – (ଗର୍ବ କରିବା) ।
प्रसंग
यहाँ फूल को एक व्यक्ति के रूप में लिया गया है। इस पद में वह अपनी अंतिम अभिलाषा व्यक्त करता है । पहले वह बताता है कि क्या-क्या उसकी अभिलाषाएँ नहीं हैं ।
व्याख्या
फूल कहता है कि मैं देवकन्याओं के आभूषणों में गूँथा जाना नहीं चाहता । फूल प्रेमी की माला में बिंधकर प्रेमिका के मन में प्रेमिक को पाने का लोभ उत्पन्न करना नहीं चाहता। फूल भगवान से निवेदन करता है कि वह सम्राटों के शव पर डाला जाना नहीं चाहता। फूल देवताओं के मस्तक पर चढ़कर अपने भाग्य पर गर्व करना भी नहीं चाहता ।
विशेष
देवकन्याएँ सुंदर होती हैं । इनके साथ रहने से सौंदर्य मिलेगा। प्रेमी-प्रेयसी के साथ रहने से प्रेम मिलेगा । सम्राटों के साथ रहने से सामाजिक प्रतिष्ठा मिलेगी । देवता अमर हैं । उनके साथ रहने से मुक्ति मिलेगी। परतंत्र देश में रहकर स्वार्थ की ये सुविधाएँ हासिल करना फूल की अभिलाषा नहीं है ।
सप्रसंग व्याख्या
मुझे तोड़ लेना वनमाली
देना उस पथ पर फेंक ।
मातृभूमि पर सीस चढ़ाने
जिस पथ जायें वीर अनेक ।।