BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र

Odisha State Board BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र Textbook Exercise Questions and Answers.

BSE Odisha Class 9 Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र

प्रश्न और अभ्यास (ପ୍ରଶ୍ନ ଔର୍ ଅଭ୍ୟାସ)

1. इन प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए।
(ଇନ୍ ପ୍ରକ୍ଷ୍ନୌ କେ ଉତ୍ତର ଦୋ-ତୀନ ବାହେଁ ମେଁ ଦୀଜିଏ ।)
(ଏହି ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଦୁଇ-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ ।)

(क) अब्राहम लिंकन ने हेडमाष्टर से क्या चाहा? था
(ଆବ୍ରାହମ୍ ଲିଙ୍କନ୍ ନେ ହେଡ଼ମାଷ୍ଟର ସେ କ୍ୟା ଚାହା ? )
(ଆବ୍ରାହମ ଲିଙ୍କନ୍ ପ୍ରଧାନଶିକ୍ଷକଙ୍କ ଠାରୁ କ’ଣ ଚାହିଁଲେ ବା ଆଶା ବ୍ୟକ୍ତ କଲେ ?)
उत्तर:
अब्राहम लिंकन ने हेड़माष्टर से यह चाहा कि वे उनके पुत्र को किताबो के जादू के वारे में सिखाए। चीजों के बारे में सोचने का वक्त दे, ताकि पक्षियों के आसमान में उडान भरने। और विनम्र के साथ विनम्रता और सख्त इंसानों के साथ सख्ती करना सिखाइए।

(ख) वे अपने पुत्र में किन-किन गुणों का समावेश देखना चाहते हैं?
(ୱେ ଅପ୍ ନେ ସୂତ୍ରମଁ କିନ୍-କିନ୍ ଗୁର୍ଣ୍ଣୋ କା ସମାବେଶ ଦେଖନା ଚାହତେ ହୈ ?)
(ସେ ନିଜ ପୁତ୍ରର କେଉଁ କେଉଁ ଗୁଣଗୁଡ଼ିକ ଦେଖିବାକୁ ଚାହିଁଛନ୍ତି ?)
उत्तर:
वे अपने पुत्र से ईमानदार, सत्यनिष्ठ, मेहनती, कर्तब्यवोध, धैर्यवान आदि गुणों का समावेश देखना चाहते हैं। वह अपनी सोच पर भरोसा रखना सीखे। सन्की लोगों को झिड़क दे और वहुत मीठी-मीठी बातों से सावधान रहे परन्तु अपने दिल और आत्मा सौदा न करें। वे सवकी वातें सुने मगर उन्हें सच की कसौटी पर केसे और केवल सहीं चीजों को ही मंजूर करे।

(ग) अब्राहम लिंकन ने हेडमाष्टर को चिट्ठी क्यों लिखी थी? था।
(ଆବ୍ରାହମ୍ ଲିଙ୍କନ ନେ ହେଉମାଷ୍ଟର କୋ ଚିଠୀ ବ୍ୟୋ ଲିଖା ଥୀ ?)
(ଆବ୍ରାହମ ଲିଙ୍କନ ପ୍ରଧାନ ଶିକ୍ଷକଙ୍କୁ କାହିଁକି ଚିଠୀ ଲେଖୁଥିଲେ ?)
उत्तर:
अब्राहम लिंकन ने हेड़माष्टर को चिट्ठी इसलिए लिखी थी कि उनका पुत्र जीवन में आनेवाले हर संघर्ष, हर परिस्थिति हर प्रकार के इंमान और हर प्रकार की सोच समझ के साथ उड़कर इनका मुकावुला कर सके। गलत कार्य का विरोध करें और सत्य को प्रधान्य दें। खुद में भरोसा रखें, अपनी बुद्धि और विवेक से कार्य करें।

(घ) बच्चों को सोचने के लिए वक्त देने की क्या आवश्यकता है?
(ବଙ୍ଗେଁ କୋ ଦୋବନେ କେ ଲିଏ ବକ୍‌ତ ଦେନେ କୀ କ୍ୟା ଆବଶ୍ୟକତା ହୈ ?)
(ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଭାବିବା ପାଇଁ ସମୟ ଦେବାର କ’ଣ ଆବଶ୍ୟକତା ଅଛି ? )
उत्तर:
वच्चों को सोचने के लिए वक्त देने की यह आवश्यकता है कि सवकी वाते सुने, मगर उन्हें सत्य की कसोटि पर केसे और केवल सही चीजों को मंजूर करे। उनका डर दूर चला जाता है। उनमें नई चिजों को सोचने समझने, सीखने और उनका परखने कि शक्ति का विकाश होता है। धीरे धीरे वच्चे जीवन के मूल्यों को समझने लगते हैं।

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2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में दीजिए।
(ନିମ୍ନଲିଖିତ ପ୍ରଶ୍ନୋ କେ ଉତ୍ତର ଏକୟା ଦୋ ବାର୍କେ ହେଁ ଦୀଜିଏ।)
(ନିମ୍ନଲିଖ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଗୋଟିଏ-ଗୋଟିଏ ଶବ୍ଦରେ ଦିଅ ।)
(क) यह पत्र किसने किसको लिखा है?
(ୟହ ପତ୍ର କିସ୍‌ କିସ୍କୋ ଲିଖା ହୈ ? )
(ଏହି ଚିଠୀ କିଏ କାହାକୁ ଲେଖୁଛନ୍ତି ?)
उत्तर:
यह पत्र अमेरिका के राष्ट्रपति अपने वेटेके प्रधान शिक्षक को लिखा है।

(ख) अब्राहम लिंकन कौन थे?
(ଆବ୍ରାହମ ଲିଙ୍କନ କୌନ ଥେ ?)
(ଆବ୍ରାହମ୍ ଲିଙ୍କନ୍ କିଏ ଥିଲେ ?)
उत्तर:
अब्राहम लिंकन अमेरिका के प्रथम नागरिक या राष्ट्रपति थे।

(ग) लिंकन किसे, क्या सिखाने की प्रार्थना करते हैं?
(ଲିଙ୍କନ୍ କିସ୍, କ୍ୟା ସିଖାନେ କୀ ପ୍ରାର୍ଥନା କର୍‌ତେ ହୈ ?)
(ଲିଙ୍କନ କାହାକୁ, କ’ଣ ଶିଖୁବାର ପାର୍ଥନା କରିଛନ୍ତି ?)
उत्तर:
लिंकन हेडमाष्टर से यह सिखाने की प्रार्थना करते हैं कि सभी इंसान ईमानदार और सच्चे नहीं होते

(घ) स्कूल में उसे क्या सिखाना अच्छा है?
(ସ୍କୁଲ୍‌ର୍ମେ ଉସେ କ୍ୟା ସିଖାନା ଅଚ୍ଛା ହୈ ?)
(ବିଦ୍ୟାଳୟରେ ତାକୁ କ’ଣ ଶିଖାଇବା ଭଲ ଅଟେ)
उत्तर:
धोखा देने से असफल होना स्कूल में उसे सिखाना अच्छा है विनम्र के साथ विनम्रता और सख्त इंसानों के साथ सख्त करना सिखाइए।

(ङ) उसे इतनी ताकत दीजिए कि वह क्या होकर भीड़ के साथ न चल सके?
(ଉସେ ଇତନା ତାକତ୍ ଦୀଜିଏ କି ୱହ କ୍ୟା-ହୋକର୍ ଭୀଙ୍ କେ ସାଥ ନ ଚଲ ସକେ ?)
(ତାଙ୍କୁ ଏତିକି ଶକ୍ତି ଦିଅ, ସେ କ’ଣ ହୋଇ ଭୀଡ଼ରେ ଚାଲିବାକୁ ସକ୍ଷମ ନହୋଇପାରିବେ ?)
उत्तर:
उसे इतनी ताकत दीजिए कि वह लकीर का फकीर होकर भीड़ के साथ न चल सके।

(च) उसे सबकी बात सुनकर किसकी कसौटी पर कसनी चाहिए?
(ଉସେ ସବକା ବାତ୍ ସୁନ୍ନକର୍ କିସ୍‌ କସୌଟୀ ପର୍ କସନୀ ଚାହିଏ ?)
(ତାଙ୍କର ସମସ୍ତ କଥା ଶୁଣି ସେ କ’ଣ ପରୀକ୍ଷା କରିବା ଉଚିତ୍ ?)
उत्तर:
उसे सवकी बात सुनकर सच की कसौटी पर कसनी चाहिए।

(छ) कौन-सी बात शर्म की बात नहीं है?
(କୌନ୍‌ ସା ଚ୍ତ ଶର୍ମ କା ବାତ୍ ନେହିଁ। )
(ହୌକେଉଁ କଥା ଲଜ୍ଜାର କଥା ନୁହେଁ ?)
उत्तर:
दुःख में आँसू बहाना शर्म की बात नहीं हैं।

(ज) किस बात से उसे सावधान रहना चाहिए?
(କିସ୍ ବାତ୍ ସେ ଉସେ ସାବଧାନ ରହନା ଚାହିଏ)
(କେଉଁ କଥାରେ ତାଙ୍କୁ ସାବଧାନ ରହିବା ଉଚିତ ?)
उत्तर:
पागलों जैसो आचरण और बहुत मिठी मिठी बात से उसे साबधान रहना चाहिए।

(झ) व्यक्ति को किसका सौदा नहीं करना चाहिए?
(ଚ୍ୟନ୍ତି କୋ କିପୂକା ସୌଦା ନେହିଁ। କର୍ ନା ଚାହିଏ ?)
(ବ୍ୟକ୍ତିକୁ କେଉଁ ସୌଦା କରିବା ଉଚିତ ନୁହେଁ ?)
उत्तर:
व्यक्ति को दिल और आत्मा का सौदा नहीं करना चाहिए।

(ञ) लोहा कैसे फौलाद बनता है?
(ଲୋହା କୈସ୍ ଫୌଲାଦ ବନ୍‌ତା ହୈ ?)
(ଲୁହା କିପରି ଇସ୍ପାତରେ ପରିଣତ ହେଉଛି ?)
उत्तर:
आग में तपकर ही लोहा फौलाद बनता है।

(ट) लिंकन बेटे को बहादुर और धैर्यवान क्यों बनाना चाहते थे?
(ଲ୍ଲିଙ୍କନ୍ ରେଗେ ଜୋ ଛାହାକୁର ଔର୍ ଧୈର୍ଯ୍ୟବାନ୍ କୈ ବନାନା ଚାହତେ ଥେ ?)
(ଲିଙ୍କନ୍ ପୁତ୍ରକୁ ସାହସୀ ଓ ଧୈର୍ଯ୍ୟବାନ କାହିଁକି ହେବାକୁ ଚାହିଁଥିଲେ ?
उत्तर:
लिंकन बेटेको बहादुर और धैर्यवान इसलिए बनाना चाहते थे कि उसे खुद में भरोसा रखने के साथ इंसानियत में भरोसा रखे।

(ठ) पत्र के अंत में लिंकन क्या चाहते हैं?
(ପତ୍ର କେ ଅଂତ ମେଁ ଲିଙ୍କନ୍ କ୍ୟା ଚାହତ ହୈ ?)
(ଚିଠିର ଶେଷରେ ଲିଙ୍କନ କ’ଣ ଚାହିଁଛନ୍ତି ?)
उत्तर:
पत्र के अंत में लिंकन यह चाहते है कि अपने पुत्र बहादुर, निर्भिक और धैर्यवान होने के साथ अपने पर पूर्ण विश्वास रख सके। और भी गलत कार्य के खिलाफ आवाज उठा सके।

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3. प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के चार विकल्प दिए गए हैं सही विकल्प चुनकर लिखिए :
(ପ୍ରତି ପ୍ରଶ୍ନ ନିମିତ୍ତ ଚାରୋଟି ସମ୍ଭାବ୍ୟ ଉତ୍ତର ଦିଆଯାଇଛି । ଠିକ୍ ଉତ୍ତରଟି ବାଛି କରି ଲେଖ ।)
(क) ‘अधापक के नाम पत्र’ किसने लिखा है?
(i) अध्यापक ने
(ii) राष्ट्रपति ने
(iii) बेटे ने
(iv) अब्राहम लिंकन ने
उत्तर:
(iv) अब्राहम लिंकन ने

(ख) लिंकन ने किसके अध्यापक को पत्र लिखा?
(i) माता के
(ii) बेटे के
(iii) हेडमाष्टर के
(iv) पिता के
उत्तर:
(ii) बेटे के

(ग) ‘अब्राहम लिंकन’ किस चीज का जादू सिखाने का आग्रह करते हैं?
(i) किताब
(ii) ईमानदारी
(iii) सच्चाई
(iv) चीज
उत्तर:
(i) किताब

(घ) आसमान में कौन उड़ता है?
(i) मधुमक्खी
(ii) पहाड़
(iii) पक्षी
(iv) धूप
उत्तर:
(iii) पक्षी

(ङ) उसे किसकी कसौटी पर कसना चाहिए?
(i) झूठ
(ii) सच
(iii) भय
(iv) सोना
उत्तर:
(ii) सच

(च) आँसू अगर बहे तो उसमें क्या नहीं करना चाहिए?
(i) द्वेष
(ii) शर्म
(iii) दु:ख
(iv) घृणा
उत्तर:
(ii) शर्म

(छ) धोखा देने से अचछा क्या है?
(i) इंसान बनना
(ii) असफल होना
(iii) भरोसा रखना
(iv) संफल होना
उत्तर:
(ii) असफल होना

(ज) आग में तपकर लोहा क्या बनता है?
(i) गर्म
(ii) नरम
(iii) फौलाद
(iv) ताकत
उत्तर:
(iii) फौलाद

(झ) आवाज उठाने के लिए क्या बनना चाहिए?
(i) बहादुर
(ii) चोर
(iii) स्थिर
(iv) अस्थिर
उत्तर:
(i) बहादुर

(अ) मेरा बेटा एक कैसा बच्चा है?
(i) बुरा
(ii) दृष्ट
(iii) अच्छा
(iv) सुन्दर
उत्तर:
(iii) अच्छा

भाषा-ज्ञान (ଭାଷା-ଜ୍ଞାନ)

1. ‘ई’ प्रत्यय का प्रयोग करके नए शब्द बनाइए।
(ଈ ପ୍ରତ୍ୟୟର ପ୍ରଯୋଗ କରି ନୂଆ ଶବ୍ଦ ଗଠନ କରା)
जैसे : सनक + ई = सनकी
उत्तर:
झिड़क + ई = झिड़की
ईमानदार + ई = ईमानदारी
बहादुर + ई = बहादुरी
नरम + ई = नरमी
कीमत + ई = कीमती
मेहनत + ई = मेहनती
सख्त + ई = सख्ती

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2. (क) पंछी आकाश में उड़ता है।
(ख) चिडिया आसमान में उड़ती है।
ऊपर के
(क) वाक्य में पंछी और (ख) वाक्य में चिड़िया एक ही अर्थ बतलाते हैं। उसी प्रकार (क) वाक्य में आकाश और (ख) वाक्य में आसमान एक ही अर्थ बतलाते हैं । अतः पंछी शब्द का समानार्थक शब्द चिडिया और आकाश का समानार्थक शब्द आसमान है । इस प्रकार निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द लिखिए।
(ଉପରେ ‘କ’ ବାକ୍ୟରେ पंछी ଓ ‘ଖ’ ବାକ୍ୟରେ चिड़िया ଗୋଟିଏ ଅର୍ଥ ବୁଝାଉଛି । ସେହିପରି ‘କ’ ବାକ୍ୟରେ आकाश ଓ ‘ଖ’ ବାକ୍ୟରେ आसमान ଗୋଟିଏ ଅର୍ଥ ବୁଝାଉଛି । ତେଣୁ पंछी ଶବ୍ଦର ସମ୍ମାନାର୍ଥକ| ପ୍ରତିଶବ୍ଦ चिडिया ଓ काशର ପ୍ରତିଶବ୍ଦ आसमान ଅଟେ । ସେହିପରି ତଳେ ଦିଆଯାଇଥିବା ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ସମାନାର୍ଥକ ବା ପ୍ରତିଶବ୍ଦ ବା ଏଗାଆଁ पर्यायवाची ଶବ୍ଦ ଲେଖ ।
उत्तर:
ताकत – बल, शक्ति

वक्त – समय

गलत – त्रुटि

हमेशा – सर्वदा

कीमत – मूल्य

इन्सान – मानव, आदमी

मंजूर – स्वीकार, सिपारीश

सख्त – कठोर

फूल – सुमन, पुष्प

दुनिया – जगत, संसार

सावधान – होशियार

3. निम्नलिखित गद्यांश में से सर्वनाम शब्द छाँटकर लिखिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ତ ଗବ୍ୟ।ଶରୁ ସର୍ବନାମ ଶବ୍ଦ ବାଛିକରି ଲେଖ । )
‘उसे बहुत कुछ सीखना है। मैं जानता हूँ कि सभी इन्सान ईमानदार और सच्चे नहीं होते, लेकिन हो सके तो उसे किताबों के जादू के बारे में सिखाइए।’
उत्तर:
उसे, कुछ, मैं

4. भाववाचक संज्ञा बनाइए।
(ଭାବଚାରକ ସଂଜ୍ଞା ଗଢ଼)
उत्तर:
बहादुर – बहादुरी

सच्चा – सच्चाई

धैर्यवान – धैर्य

विनम्र – विनम्रता

इसान – इंससानियत

अच्छा – अच्छाई

नरम – नरमी

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5. बहुवचन रूप लिखिए।
(ବହୁବଚନ ରୂପ ଲେଖ)
उत्तर:
मधुमक्खी – मधुमक्खियाँ

बच्चा – बच्चे

सच्चा – सच्चे

बेटा – बेटे

पंछी के पंछियों के

ताकत – ताकतें

सौदा – सौदे

आवाज – आवाजे

बाते – बातें

वह- वे

किताब में – किताबों में

उसे – उन्हें

चीज के – चीजों के

गला – गले

कसौटी – कसौटियाँ

रहस्य के – रहस्यों के

लकीर – लकीरें

उम्मीद – उम्मीदें

6. निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକୁ ବାକ୍ୟରେ ପ୍ରୟୋଗ କର ।)
(क) रहस्य – रामन का मस्तिक विज्ञान के रहस्य को सुलझाने के लिए वेचैन रहता था।
(ख) सावधान – गाड़ी चलाते समय सावधान रहना चाहिए।
(ग) अलावा- मुझे इस कार्य के अलावा दूसरा कार्य नहीं करना।
(घ) धैर्यवान – युधिष्ठिर धैर्यवान और ज्ञानी पुरुषथे।
(ङ) फौलाद – आग में तपकर ही लोहा फौलाद बनता है।
(च) आवाज – दूर से किसी के होने की आवाज आ रही है।

7. उदाहरण के अनुसार वाक्य-परिवर्त्तन कीजिए।
(ଉଦାହରଣ ଅନୁଯାୟୀ ବାକ୍ୟ ପରିବର୍ତ୍ତନ କର ।)
(उदाहरण : हमेशा गले लगाइए। हमेशा गले मत लगाइए।
(क) उन्हें सच की कसौटी पर कसें।
उत्तर:
उन्हें सच की कसौटी पर मत कसें।

(ख) हमेशा आँसू बहाइए।
उत्तर:
हमेशा आँसू मत बहा इए।

(ग) उसे इतना बहादुर बनाइए।
उत्तर:
उसे इतना बहादुर मत बनाइए।

(घ) हमेशा दूसरों की बात सुनिए।
उत्तर:
हमेशा दूसरों की बात मत सुनिए।

अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

1. लिंकन अपने बेटे को बहादुर और धैर्यवान क्यों बनाना चाहते थे?
(ଲିଂକନ୍ ଅପ୍‌ନେ ବେଟେ କୋ ବହାଦୁର ଔର୍ ଧୈର୍ଯ୍ୟୱାନ୍ ଜ୍ୟୋ ବନାନା ଚାହତେ ଥେ ?)
( ଲିଙ୍କନ ନିଜ ପୁତ୍ରକୁ ସାହସୀ ଓ ଧୈର୍ଯ୍ୟବାନ୍ ହେବାକୁ କାହିଁକି ଚାହିଁଥିଲେ ?)
उत्तर:
लिंकन अपने बेटे को बहादुर और धैर्यवान बनाना इसलिए चाहते थे कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठा सके और बहादुरी दिखा सके। उसे खुद में भरोसा रखने के साथ इंसानियत में भरोसा रखे।

2. लिकन बिद्याथी को कौन सी शिक्षा देते है?
(ଲିଂକନ୍ ବିଦ୍ୟାର୍ଥୀ କୋ କୌନ୍ ସୀ ଶିକ୍ଷା ଦେତେ ହୈ ?)
(ଲିଙ୍କନ ବିଦ୍ୟାର୍ଥୀକୁ କେଉଁ ଶିକ୍ଷା ଦେଇଛନ୍ତି ? )
उत्तर:
लिंकन विद्यार्थी को ईमानदार, परिश्रमी, धैर्यवान, आत्मनिर्भर बनना चाहिए। विद्यार्थी जीवन में आनेवाले हर संघर्ष-हर परिस्थिति, हर प्रकार कें इंसान और हर प्रकार सोच-समझ आदि के साथ डटकर इनका मुकावला कर सके ताकि उसको अपने आप पर पूरा विश्वास हो।

अति संक्षिप्त उत्तरमूलक प्रश्नोत्तर

A. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

प्रश्न 1.
अब्राहम लिंकन कौन थे?
उत्तर:
अब्राहम लिंकन अमरीका के राष्ट्रपति थे।

प्रश्न 2.
लिंकन किसप्रकार पढ़कर ज्ञान प्राप्त किया करते थे?
उत्तर:
लिंकन विभिन्न स्थानों से पुस्तकं माँगकर रात को चूल्हे की आग के प्रकाश में पढ़कर ज्ञान प्राप्त किया करते थे।

प्रश्न 3.
‘अध्यापक के नाम पत्र’ किसने किसको लिखा है?
उत्तर:
‘अध्यापक के नाम पत्र’ लिंकन ने अपने बेटे के हेडमास्टर को लिखा है।

प्रश्न 4.
सभी इंसान क्या नहीं होते?
उत्तर:
सभी इंसान ईमानदार और सच्चे नहीं होते।

प्रश्न 5.
स्कूल में कौन सी बात सिखाने के लिए लिंकन ने पुत्र के प्रधान शिक्षक के पास चिठ्ठी लिखी थी?
उत्तर:
धोखा देने से असफल होना अच्छा है।

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प्रश्न 6.
स्कूल में कौन सी बात सिखाने के लिए लिंकन ने पुत्र के प्रधानशिक्षक के पास चिट्ठी लिखा था?
उत्तर:
धोखा देने से असफल होना अच्छा है, यही बात स्कूल में सिखाने के लिए लिंकन ने पुत्र के प्रधानशिक्षक के पास चिट्ठी लिखा था।

प्रश्न 7.
लोहा फैलाद कैसे बनता है?
उत्तर:
आग में तपकर लोहा फ़ौलाद बनता है।

प्रश्न 8.
कौन – सी बात शर्म की बात नहीं है?
उत्तर:
आँसू अगर बहे तो उसमें कोई शर्म नहीं।

प्रश्न 9.
आँसू अगर बहे तो उसमें क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर:
आँसू अगर बहे तो उसमें शर्म नहीं करना चाहिए।

प्रश्न  10.
आवाज उठाने के लिए क्या बनना चाहिए?
उत्तर:
आवाज उठाने के लिए बहादूर बनना चाहिए।

प्रश्न  11.
अध्यापक के नाम पत्र’ किसने लिखा है?
उत्तर:
अध्यापक के नाभ पत्र’ अब्राहम लिंकन ने लिखा है।

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए।

प्रश्न 1.
किस बात से उसे सावधान रहना चाहिए?
उत्तर:
बहुत मीठी-मीठी बातों

प्रश्न 2.
‘अध्यापक के नाम पत्र’ किसने लिखा है?
उत्तर:
अब्राहम लिंकन

प्रश्न 3.
व्यक्ति को किसका सौदा नहीं करना चाहिए?
उत्तर:
अपने दिल और आत्मा

प्रश्न 4.
किसमें तपकर लोहा फौलाद बनता है?
उत्तर:
आग

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प्रश्न 5.
‘अब्राहम लिंकन’ किस चीज का जादू सिखाने का आग्रह करते हैं?
उत्तर:
किताब

प्रश्न 6.
आसमान में कौन उड़ता है?
उत्तर:
पक्षी

प्रश्न 7.
दु:ख में अगर क्या बहे तो शर्म की बात नहीं है?
उत्तर:
आसू

प्रश्न 8.
किस काम के लिए बहादूरी की आवश्यकता होती है?
उत्तर:
आवाज उठाने

प्रश्न 9.
अब्राहम लिंकन कौन थे?
उत्तर:
अमेरिका के राष्ट्रपति

प्रश्न 10.
धोखा देने से अच्छा क्या है?
उत्तर:
असफल

प्रश्न 11.
सभी इंसान क्या नहीं होते?
उत्तर:
ईमानदार

प्रश्न 12.
लिंकन ने किसके अध्यापक को पत्र लिखा?
उत्तर:
अपने बेटे

प्रश्न 13.
आवाज उठाने के लिए क्या वनना चाहिए?
उत्तर:
बहादुर

प्रश्न 14.
लिंकन के बेटे को किसकी कसौटी पर कसना चाहिए?
उत्तर:
सच

C. रिक्तस्थानों को भरिए।

प्रश्न 1.
आग में तपकर लोहा …………. बनता है।
उत्तर:
फौलाद

प्रश्न 2.
लिंकन का निधन ……………. हुआ।
उत्तर:
15 अप्रैल सन् 1865

प्रश्न 3.
यहाँ पत्र लिखने वाले …………… है।
उत्तर:
अब्राहम लिंकन

प्रश्न 4.
अब्राहम लिंकन ………………
उत्तर:
अमेरीका के राष्ट्रपति

प्रश्न 5.
लिंकन ……………… सिखाने की प्रार्थना करते हैं।
उत्तर:
हैड़मास्टर से

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प्रश्न 6.
उसे इतनी ताकत दीजिए कि बह ……………….. होकर भीड़ के साथ न चल सके।
उत्तर:
लकीर का फकीर न होकर

प्रश्न 7.
उसे सबकी बात सुनकर ………………. की कसौटी पर कसनी चाहिए।
उत्तर:
सच

प्रश्न 8.
पत्र के अंत में लिंकन ………………. चाहते हैं।
उत्तर:
हैड़मास्टर से ढे सारी उम्मीद

प्रश्न 9.
अपनी ताकत और दिमाग की ऊँची ……………… लगानी चाहिए।
उत्तर:
कीमत

प्रश्न 10.
‘अध्यापक के नाम पत्र’……………… ने लिखा है।
उत्तर:
अब्राहम लिंकन ने

प्रश्न 11.
……………… अध्यापक को पत्र लिंकन ने लिखा।
उत्तर:
अपने बेटे

प्रश्न 12.
बेटे को ……………….. की कसौटी पर कसना चाहिए।
उत्तर:
सच

प्रश्न 13.
आँसू अगर बहे तो उसमें ……………. नहीं करना चाहिए।
उत्तर:
शर्म

प्रश्न 15.
अपना दिल और आत्मा का ……………. नहीं करना चाहिए।
उत्तर:
सौदा

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प्रश्न 16.
आग में जलकर …………….. फौलाद बनता है।
उत्तर:
लोहा

प्रश्न 17.
……………….. बात शर्म की बात नहीं है।
उत्तर:
दु:ख में आँसू बहाना

प्रश्न 18.
मेरा बेटा एक ………………… बच्चा है।
उत्तर:
अच्छा

D. सही उत्तर चुनिए।

1. ‘अध्यापक के नाम पत्र’ विषय के लेखक हैं-
(A) आब्राहम लिंकन
(B) नेहरूजी
(C) गाँधीजी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) आब्राहम लिंकन

2. अब्राहम लिंकन थे –
(A) भारत के राष्ट्रपति
(B) इंगलैंड़ के राष्ट्रपति
(C) अमेरिका के राष्ट्रपति
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) इंगलैंड़ के राष्ट्रपति

3. अब्राहम लिंकन का जन्म कब हुआ था?
(A) 1866
(B) 1865
(C) 1864
(D) 1809
उत्तर:
(D) 1809

4. ‘अध्यापक के नाम पत्र’ को किसने किसको लिखा?
(A) पिता पुत्र को
(B) पुत्र पिता को
(C) पिता अध्यापक को
(D) पुत्र अध्यापक को
उत्तर:
(C) पिता अध्यापक को

5. धोखा देने से अच्छा है
(A) असफल होना
(B) सफल होना
(C) विजली होना
(D) इनमें से कोई नही
उत्तर:
(A) असफल होना

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6. उसे किसकी कसौटी पर कसनी चाहिए।
(A) सच की
(B) सोने की
(C) झूठ की
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) सच की

7. अब्राहम लिंकन का निधन कब हुआ था?
(A) 1865
(B) 1864
(C) 1863
(D) 1862
उत्तर:
(A) 1865

8. किसका तिरस्कार करना चाहिए?
(A) बुरे लोगों का
(B) सनकी लोगों का
(C) बहादूर लोगों का
(D) धनी लोगों का
उत्तर:
(B) सनकी लोगों का

9. किसकी ऊँची कीमत लगानी चाहिए?
(A) ताकत और दिमाग की
(B) बल और शक्ति के
(C) हिम्मत और जिन्देगी को
(D) इनमें से कोई नही
उत्तर:
(A) ताकत और दिमाग की

10. लिंकन किसे ईमानदार, आत्मनिर्भर जैसे गुणों को सिखाने के लिए हेड़मास्टर से प्रार्थना करते है?
(A) छात्रों को
(B) अपने बेटे को
(C) हेड़मास्टर को
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) अपने बेटे को

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र

11. अब्राहम लिंकन किस चीज का जादू सिखाने का आग्रह करते हैं?
(A) किताब को
(B) ईमानदारी का
(C) सच्चाई का
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) किताब को

12. आवाज उठाने के लिए क्या बनना चाहिए?
(A) बहादूर
(B) चोर
(C) स्थिर
(D) अस्थिर
उत्तर:
(A) बहादूर

13. अब्राहम लिंकन का बेटा कैसा है?
(A) अच्छा
(B) बूरा
(C) दयालु
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) अच्छा

14. आँसू अगर बहे तो उसमें क्या नहीं करना चाहिए?
(A) दु:ख
(B) शर्म
(C) द्वेष
(D) घृणा
उत्तर:
(B) शर्म

15. आग में तपकर कौन फौलाद बनता है?
(A) चाँदी
(B) सोना
(C) ताँबा
(D) लोहा
उत्तर:
(D) लोहा

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र

1. अमेरिका …………………… कल थी।
ଅମେରିକା କେ ମଶଦୂର ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ଅବ୍ରାହମ୍ଲିଙ୍କନ୍ ନେ ଅପନେ ବେଟେ କେ ହେଡ଼ମାଷ୍ଟର୍ କୋ ଏକ ଚିଠି ଲିଖୀ ଥୀ । ବରହେଁ ବାଦ୍ ଭୀ ଏକ୍ ପିତା କୀ ସଲାହ ଆଜ୍ ଉତ୍‌ନୀ ହୀ ଖରୀ ହୈ, ଜିତ୍‌ କଲ୍ ଥୀ ।
ଅନୁବାଦ:
ଆମେରିକାର ପ୍ରସିଦ୍ଧ ରାଷ୍ଟ୍ରପତି ଆବ୍ରାହମ ଲିଙ୍କନ ନିଜ ପୁଅର ପ୍ରଧାନ ଶିକ୍ଷକଙ୍କୁ ଗୋଟିଏ ଚିଠି ଲେଖୁଥିଲେ । ବର୍ଷ ବର୍ଷ ପରେ ମଧ୍ୟ ଜଣେ ପିତାଙ୍କର ପରାମର୍ଶ ଆଜି ମଧ୍ୟ ସେତେ ମୂଲ୍ୟବାନ, ଯେତେ ସେ ସମୟରେ ଥିଲା ।

2. चिट्ठी ………………….. मंजूर करे।
ଚିଟ୍ଠୀ କୁଛ୍ ଇସ୍ ତରହ ଥୀ
‘‘ଉସେ ବହୁତ କୁଛ ସୀ ହୈ । ମେଁ ଜାନ୍‌ ହୁଁ କି ସଭ୍ୟ ଇଁସାନ୍ ଈମାନଦାର୍ ଔର୍ ସଜେ ନର୍ତୀ ହୋତେ, ଲେକିନ୍ ହୋ ସକେ ତୋ ଉସେ କିତାର୍ଡୋ କେ ଜାଦୂ କେ ବାରେ ମେଁ ସିଖାଇଏ । ଇସ୍‌ ଅଲାୱା ହୋ ସକେ ତୋ ଉସେ ଚୀର୍ଡୋ କେ ବାରେ ମେଁ ସୋନେ କା ୱକ୍ତ ଭୀ ଦୀଜିଏ, ତାକି ପଂଛିୟୋ କେ ଅସମାନ୍ ମେଁ ଉଡ଼ାନ୍ ଭର୍‌ନେ, ମଧୁମୟୈ କେ ଧୂପ ମେଁ ଥରକ୍‌ନେ ଔର ହରେ-ଭରେ ପହାଡ଼ୋ ପର୍ ଫୁଲ୍ କେ ଖେଲ୍‌ନେ କେ ରହଦ୍ୟୋ ପର୍ ସୌଚ୍ ସକେ । ସ୍କୁଲ୍ ମେଁ ଉସେ ସିଖାଇଏ କି ଧୋଖା ଦେନେ ସେ ଅସଫଲ୍ ହୋନା ଅଚ୍ଛା ହୈ।

ଭଲେ ହୀ ଦୁନିୟା ଉସ୍‌ ବିଚାରୌ କୋ ଗଲତ୍ ବତାଏ, ଲେକିନ୍ ୱହ ଅପନୀ ସୋଚ୍ ପର୍ ଭରୋସା ରଖନା ସୀଖେ । ଉସ୍ ବିନର୍ଡୋ କେ ସାଥ୍‌ ବିନମ୍ରତା ଔର୍ ସଖ୍ତ ଇଂସାର୍ଡୋ କେ ସାଥ୍ ସଖ୍ତୀ କର୍‌ନା ସିଖାଇଏ । ଉସ୍ରେ ଇତ୍‌ନୀ ତାକତ୍ ଦୀଜିଏ କି ୱହ ଲକୀର୍ କା ଫକୀର୍ ହୋକର୍ ଭୀଡ଼ କେ ସାଥ୍ ନ ଚଲ୍ପଡ଼େ । ଉସ୍ ସିଖାଇଏ କି ୱହ ସବ୍‌କୀ ବାର୍ତେ ସୁନେ, ଲେକିନ୍ ଉର୍ଦ୍ଧ୍ୱ ସଚ୍ କୀ କସୌଟୀ ପର୍ କୈସେ ଔର୍ କେୱଲ୍ ସହୀ ବୀର୍ଡୋ କ୍ରୋ ହୀ ମଂଜୁର କରେ ।

ଅନୁବାଦ:
ଚିଠି କିଛି ଏହି ପରିଥିଲା
ତାକୁ ବହୁତ କିଛି ଶିଖୁବାର ଅଛି । ମୁଁ ଜାଣେ ଯେ ସବୁ ମନୁଷ୍ୟ ସଟ ଓ ବିଶ୍ୱାସୀ ନୁହଁନ୍ତି; ତଥାପି ପାରୁଛନ୍ତି ତ ତାକୁ ବହିର ଯାଦୁ ବିଷୟରେ ଶିଖାନ୍ତୁ । ଏହାଛଡ଼ା ଯଦି ସମ୍ଭବ ହୁଏ ତାକୁ ବିଭିନ୍ନ ବିଷୟରେ ଭାବିବାପାଇଁ ସମୟ ମଧ୍ୟ ଦିଅନ୍ତୁ, ଅଟେ । ସମାଜ ତା’ର ବିଚାରକୁ ଯେତେ ଭୁଲ୍‌ବୋଲି କହିଲେବି ସେ ନିଜ ଭାବନାରେ ଭରସା ରଖୁବା ଶିଖୁ । ତାକୁ ନମ୍ର ଲୋକଙ୍କ ସହିତ ନମ୍ରତା ଓ ରୁକ୍ଷ ଲୋକଙ୍କ ସହିତ ରୁକ୍ଷ ହେବାକୁ ଶିଖାନ୍ତୁ । ତାକୁ ଏତେ ଶକ୍ତି ଦିଅନ୍ତୁ ଯେମିତି ସେ ପାରମ୍ପାରିକ ଭାବରେ ସାଧାରଣ ଜନତାଙ୍କ ଭିଡ଼ ମଧ୍ଯରେ ନ ଚାଲୁ । ତାକୁ ଶିଖାନ୍ତୁ କି ସେ ସମସ୍ତଙ୍କ କଥା ଶୁଣୁ, କିନ୍ତୁ ସେ ସବୁ କଥା ସତ୍ୟର କଷଟି ପଞ୍ଝାରେ ପରଖ୍ କେବଳ ଠିକ୍ କଥାକୁ ହିଁ ସ୍ଵୀକାର କରୁ ।

3. उसे सिखाइए ……………………… बनता है।
ଉସ୍ ସିଖାଇଏ କି କୈସେ ଦୁଃଖ ମେଁ ଭୀ ହଁସା ଜାତା ହୈ….. କି ଆଁସୂ ଅଗର ବହେ ତୋ ଉସ୍ ମେଁ କୋଈ ଶର୍ମ ନେହୀ ହୈ । ଉସେ ସିଖାଇଏ କି ସନକୀ ଲୋଗୋଁ କୋ ଝିଡ଼କ ଦେ ଔର ବହୁତ ପୀଠ-ପୀଠୀ ବାର୍ତା ସେ ସାବଧାନ ରହେ । ଅପୂନୀ ତାକତ୍ ଔର୍ ଦିମାଗକୀ ଉଁଚୀ କୀମତ ତୋ ଲଗାଏ, ଲେକିନ୍ ଅପ୍‌ ଦିଲ ଔର୍ ଆତ୍ମା କା ସୌଦା ନ କରେ । ଉସ୍ ସିଖାଇଏ କି ଅଗର ଉସ୍ ଲଗତା ହୈ କି ୱହ ସହୀ ହୈ ତୋ ସାମ୍‌ନେ ଖଡ଼ୀ ଉସ୍‌ ସାଥ ନର୍‌ମୀ ସେ ପେଶ୍ ଆଇଏ, ଲେକିନ୍ ହମେଶା ହୀ ଲୋହୀ ଫେଲାଜ ବନତା ହୈ ।
ହୁଈ ଚୀଖତୀ ଭୀଡ଼ କୋ ଅନସୁନା କର ଦେ । ଗଲେ ସେ ଲଗାକର୍ ମତ୍ ରଖୁ, କୈ କି ଆଗ୍ ମେଁ ତପକର

ଅନୁବାଦ:
ତାକୁ ଶିଖାନ୍ତୁ କିପରି ଦୁଃଖରେ ମଧ୍ୟ ହସି ହୁଏ………ଯଦି ଲୁହ ବହେ ସେଥ୍ରେ କୌଣସି ଲାଜ ନାହିଁ । ତାକୁ ଶିଖାନ୍ତୁ, ସନ୍ଦେହୀ ଲୋକଙ୍କୁ ବାହାର କରୁ ଏବଂ ବହୁତ ମିଠା-ମିଠା କଥାରୁ ସାବଧାନ ରହୁ । ନିଜର ଶକ୍ତି ଓ ଦକ୍ଷତାର ଉଚ୍ଚ ମୂଲ୍ୟ ଲଗାଉ । କିନ୍ତୁ ନିଜର ହୃଦୟ ଓ ଆତ୍ମାକୁ ବେପାର ନକରୁ । ତାକୁ ସିଖାନ୍ତୁ ଯଦି ତାକୁ ଲାଗିବ ସେ ଠିକ୍ ଅଛି ତେବେ ସମ୍ମାନରେ ଛିଡ଼ା ହୋଇ ଚିତ୍କାର କରୁଥିବା ଭିଡ଼କୁ ନଶୁଣୁ । ତା ସହିତ ମଧୁର ବ୍ୟବହାର କରନ୍ତୁ, କିନ୍ତୁ ସର୍ବଦା ଆଲିଙ୍ଗନ କରନ୍ତୁ ନାହିଁ, କାରଣ ନିଆଁରେ ଲୁହା ଜଳିକି ପ୍ରକୃତ ଲୁହା ତିଆରି ହୁଏ ।

4. उसे इतना ……………. बच्चा है।
ଉସ୍ ଇନା ବହାଦୂର ବନାଇଏ କି ୱହ ଆଜ ଉଠାସକେ, ଇତନା ଧୈର୍ଯ୍ୟବାନ୍ ବନାଇଏ କି ବହାଦୂରୀ ଦିଖାସକେ । ଉସ୍ ଖୁବ୍ ମେଁ ଭରୋସା କରନା ସିଖାଇଏ, ତା କି ୱହ ଇଂସାନିୟତ ମେଁ ଭରୋସା ରଖ ସକେ । ମେରୀ ଭଗ୍ନୀହେଁ ଢେରସାରୀ ହେଁ, ଦେଖତେ ହୈ କି ଆପ୍ କ୍ୟା କର ସକତେ ହେଁ । ମେରା ବେଟା ଏକ ଅଚ୍ଛା ବଛା ହୈ ।’’

ଅନୁବାଦ:
ତାଙ୍କୁ ଏତିକି ସାହସୀ କରନ୍ତୁ ଯେ ସେ ବିରୋଧର ସ୍ଵର ହଟାଇ ପାରୁଥ୍, ଏତେ ଧୈର୍ଯ୍ୟବାନ କରନ୍ତୁ ଯେ ବାହାଦୂରୀ ଦେଖାଇପାରିବ । ସେ ନିଜକୁ ବିଶ୍ବାସ କରିବା ଶିଖାନ୍ତୁ । ତେଣୁ ସେ ମନୁଷ୍ୟତାରେ ବିଶ୍ଵାସ ରଖୁ । ମୋର ଆଶା ବହୁତ ଅଛି, ଦେଖାଯାଉ ଆପଣ କ’ଣ କରିପାରିବେ । ମୋ ପୁଅ ଜଣେ ଉତ୍ତମ ପିଲା ଅଟେ।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Chapter 5 अध्यापक के नाम पत्र

शबनार: (ଶରାର୍ଥି)

मशहूर – ख्यति प्राप्त, प्रसिद्ध (ଖ୍ୟାତି ସମ୍ପନ୍ ପ୍ରସିଦ୍ଧ)।

सलाह – परामर्श (ପରାମର୍ଶ)।

खरी – सही, बढ़िया, अच्छा (ଠିକ୍ ଉତ୍ତ)।

इंसान – मनुष्य, नर (ମନୁଷ୍ୟ ନର)।

ईमानदार – सच्चा, विश्वासप्राप्त (ସଙ୍ଗୋଟ ବିଶ୍ୱାସ ନାୟ)।

जादू – इन्द्रजाल (କୁ ହୁକ)।

अलावा – सिवाय, अतिरिक्त (ଅତିରିକ୍ତ)।

चीजें – सामान, सामग्री (ଜନିଷପତ୍ର ଗଶୁଲି)।

वक्त – समय (ସମୟ)।

ताकि – इसलिए (ତେଣୁ)।

पंछी – पक्षी, चिड़िया (ପକ୍ଷୀ, ଚଢ଼େଇ) ।

सोच – चिंता, फिक्र (ଚିନ୍ତା) ।

थिरकना – नाच में पाँव का उठाना (ନାଚିବା) ।

हरे भरे – हरे पेड़ पत्तों से भरा (ଗଛ ପଟୁଜ ପତ୍ରରେ ପର୍ଣ୍ଣ ) ।

धोखा – भ्रम में डालनेवाला मिथ्या ठ्यवहार, छल (ଛଳ, ଧୋକାବାଜି) ।

गलत – भूल, अशुद्ध (ଭୂଲ, ଅଶୁଦ୍ଧ) ।

विनम्रता – नरमी का व्यवहार ((ମାଧୁର ବ୍ୟବହାର) ।

सख्त – कठोर (କଠୋର) ।

ताकत – शक्ति, बल (ଶକ୍ତି, ବଳ) ।

लकीरका फकीर – पुरानी परंपरा पर चलाने वाला (ପୁରୁଣା ପରମ୍ପରା) ।

फकीर – साधु, त्यागी (ସାଧୁ, ତ୍ଯାଗି) ।

कसौटी – परीक्षा, जाँच, परख (ସରାଯା ତନଖୁ, ପରଖୁବା) ।

मंजूर – स्वीकार (ସ୍ଵୀକାର, ଅନୁମୋଦନ) ।

शर्म – लज्जा (ଲଜ୍ଜା, ଶରମ) ।

सनकी – पागलों की सी प्रकृति या आचरण वाले (ପାଗଳର ଆଚରଣ ବା

झिड़कना – अवज्ञा (ଅବଜ୍ଞା) ।

दिमाग – मस्तिक (ମସ୍ତିକ) ।

कीमत – दाम, मूल्य (ଦାମ, ମୂଲ୍ୟ) ।

सौदा – माल, पदार्थ, वस्तु (ପଦାର୍ଥ, ବେପାର )।

सही – ठीक, शुद्ध (ଠିକ୍, ଶୁଦ୍ଧ) ।

अनसुना – न सुनना (ନ ଶୁଣିବା) ।

पेश – आगे, सामने (ଆଲିଙ୍ଗନ ସମ୍ମୁଖରେ) ।

हमेशा – सदा, सर्वदा (ସବୁବେଳେ) ।

गत्ले लगना – आलिंगन करना (ଆଲିଂଗମ କରିବା) ।

आग – अग्रि (ଅଗ୍ନି) ।

फौलाद – पक्का लोहा (ପ୍ରକୃତ ଲୁହା) ।

वहादुर – साहसी, उत्साही (ସାହସୀ) ।

आवाज – शब्द, ध्वनि (ଶବ୍ଦ, ଧ୍ବନି) ।

आवाज उठाना – विरोध करना (ବିରୋଧ କରିବା )

भरोसा – विश्वासं (ବିଶ୍ଵାସ) ।

इंसानियत – मानवता (ମାନବତା) ।

उम्मीद – आशा, भरोसा (ଆଶା, ଭରସା)

लेखक परिचय (ଲେଖକ ପରିଚୀୟ)

अब्राहम लिंकन अमरीका के राष्ट्रपति थे। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ पुस्तक – प्रेमी, गंभीर विचारक और लेखक भी थे। उनका जन्म 12 फरवरी सन् 1809 ई. में एक ऐसे परिवार में हुआ, जिसके पास रहने को न अच्छा घर था और न ही बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने का कोई साधन।
उन्होंने देश को सदा के लिए दो भागों में बाँटने से बचाया और अमानवीय गुलाम प्रथा से भी देश को मुक्ति दिलाई। वे अपने प्रयत्न से विभिन्न स्थानों से पुस्तकें माँगकर रात को चूल्हे की आग के प्रकाश में पढ़कर ज्ञान प्राप्त किया करते थे। उनका निधन 15 अप्रेल सन् 1865 ई. में हुआ।

अभिमत:
पत्र- शैली में लिखा गया यह पाठ बहुत प्रेरणादायक है। इसमें अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने अपने पुत्र के अध्यापक को एक पत्र लिखा है – जिसमें अध्यापक के द्वारा किसी विद्यार्थी को ईमानदार, परिश्रमी, धैर्यवान, आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ अपने विचार स्वयं बनाने पर बल दिया है, ताकि उसको अपने आप पर पूरा विश्वास हो।

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