BSE Odisha 9th Class Physical Science Important Questions

BSE Odisha Class 9 Physical Science Important Questions

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class MIL Odia Solutions Book Download Pdf | 9th Class Odia Book Question Answer Pdf

9th Class MIL Question Answer Pdf | Class 9 Odia Sahitya Dhara Solutions Pdf

9th Class Odia Book Question Answer Pdf | Class 9 Odia Book Answers Sahitya Dhara ସାହିତ୍ୟ ଧାରା

BSE Odisha 9th Class Odia Grammar ବ୍ୟାକରଣ ବିଭାଗ

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class History Important Questions

BSE Odisha Class 9 History Important Questions

BSE Odisha 9th Class History Important Questions ଇତିହାସ

BSE Odisha 9th Class Political Science Important Questions ରାଜନୀତି ବିଜ୍ଞାନ

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions Download Pdf

BSE Odisha Class 9 Text Book Solutions Pdf Download

BSE Odisha Solutions

BSE Odisha 9th Class Physical Science Notes

BSE Odisha Class 9 Physical Science Notes

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class Maths Notes

BSE Odisha Class 9 Maths Notes

BSE Odisha 9th Class Maths Notes Algebra

BSE Odisha 9th Class Maths Notes Geometry

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class English Solutions Book Download Pdf

BSE Odisha Class 9 English Solutions Book Pdf Download

BSE Odisha 9th Class English Detailed Text:

BSE Odisha 9th Class English Non-Detailed Text:

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class History Notes

BSE Odisha Class 9 History Notes

BSE Odisha 9th Class History Notes

BSE Odisha 9th Class Political Science Notes

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class Physical Science Solutions Book Download Pdf

BSE Odisha Class 9 Physical Science Solutions Book Pdf Download

BSE Odisha 9th Class Text Book Solutions

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

Odisha State Board  BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ Textbook Exercise Questions and Answers.

BSE Odisha Class 9 Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न और अभ्यास (ପ୍ରଶ୍ନ ଔର୍ ଅଭ୍ୟାସ)

1. दो-तीन बाक्यों में उत्तर दीजिए:
(ଦୋ-ତୀନ୍ ବାକେଁ ମେଁ ଉତ୍ତର୍ ଦୀଜିଏ )।
(ଦୁଇ – ତିନୋଟି ବାହାରେ ଡତ୍ତର ତିଥ)
(क) बिना सोच और विचार के काम करने से क्या नतीजा होता है ?
ବିନା ସୋଚ୍ ଔର୍ ବିଚାର୍ କେ କାମ୍ କରନେ ସେ କ୍ୟା ନତୀଜା ହୋତା ହୈ ?
(ବିନା ଚିନ୍ତା ଓ ବିଚାରରେ କାମ କରିବାଦ୍ୱାରା କ’ଣ ପରିଣାମ ହେବ ?)
उत्तर:
बिना सोच और विचार के काम करने से काम बिगड़जाता है। उसे बाद में पछताना पड़ता है। संसार में वह हँसी का पात्र बनता है। मानसिक रूप से अशान्ति, खान-पान और मान-सम्मान अच्छे नहीं लगने के साथ मूल्यवान समय बवीद हो जाता है।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

2. एक या दो वाक्यों में उत्तर दीजिए:
(ଏକ୍ଯା ୟ ଦୋ ବାକେଁ ମେଁ ଡତ୍ତର୍ ବାଜଏ)।
(ଗୋଟିଏ ବା ଦୁଇଟି ବାକ୍ୟରେ ଉତ୍ତର ଦିଅ : )
(क) कौन पीछे पछताता है?
(କୌନ୍ ପିଛେ ପଛେତତା ହୈ ?)
(କିଏ ପଛରେ ଅନୁତାପ କରେ ?)
उत्तर:
जो व्यक्ति बिना सोच विचार से काम में लग जाता है, वह बाद में पछताता है।

(ख) जगत में किसकी हँसी होती है?
(ଜଗତ୍ ମେଁ କିସ୍‌ ହଁସୀ ହୋତୀ ହୈ ?)
(ସଂସାରରେ (କିଏ ସେ) କାହାକୁ ହସରେ ଉଡ଼ାନ୍ତି ?)
उत्तर:
जिस आदमी का काम बिगड़ जाता उसकी जगत में हँसी

(ग) कौन अपना काम बिगाड़ता है?
(କୌନ୍ ଅପ୍‌ନା କାମ୍ ବିଗାଡ଼ତା ହୈ ?)
(କିଏ ନିଜର କାମ ବିଗାଡ଼େ । ବ୍ୟତିକ୍ରମ କରେ ?)
उत्तर:
बिना सोच विचार के काम करने वाला व्यक्ति अपना काम बिगाड़ता है।

(घ) क्या टालने पर नहीं टलता?
(କ୍ୟା ଟାଲ୍‌ନେ ପର୍‌ ନେହୀ ଟଲ୍‌ ?)
(କ’ଣ ଦୂର କଲେ ମଧ୍ୟ ଦୂର ହୁଏ ନାହିଁ ?)
उत्तर:
दुःख टालने पर नहीं टलत।

(ङ) मन में कौन-सी वात खटकती रहती है?
(ମନ୍ ହେଁ କୌନ୍-ସୀ ବାତ୍ ଖତୀ ରହତୀ ହୈ ?)
(ମନରେ କେଉଁ କଥା ଖରାପ ଲାଗୁଛି ?)
उत्तर:
मन में असफलता की बात खटकती रहती है। इसलिए कि मन में हमेशा अशान्ति रहने के कारण कोई कार्य सफल नहीं होता।

खालीस्थान भरिए : (ଶୂନ୍ୟ ସ୍ଥାନ ପୁରାଣ କର:)
(क) जग में होत हँसाय, …………………… न पावै।
उत्तर:
चित में चैन

(ख) ………………… बिगारै आपनो, ………………… में होत हँसाय।
उत्तर:
काम, जग

(ग) ………………… राग रँग मनहिं न भावै।
उत्तर:
खान-पान सनमान

भाषा-ज्ञान (ଭାଷା-ଜ୍ଞାନ)

1. नीचे लिखे शब्दों से वाक्य बनाइए:
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକରେ ବାକ୍ୟ ଗଠନ କର ।)
जग, चैन, खान-पान, दुःख
उत्तर:
जंग- इस जग में अनेक दयालु हैं।
चैन- माली ने चैन की साँस ली।
खान-पान – खान-पान और मान-सम्मान उसे अच्छे नहीं लगते।
दुःख : – दुःख को दूर करने के सारे प्रयत्न बेकार हो जाते हैं।

2. दिये गये उदाहरणों की तरह पाठ से दूसरे तुकान्त शब्दों को छाँटिए:
(ଡଦ।ହରଣରେ ଦିଆଯ।ଇଥ୍ବା ଶବ୍ଦଭଳି ପାଠ ମଧ୍ୟରୁ ଅନ୍ୟ ପଦ ପଡୁଥ‌ିବା ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକୁ ବାଛ)
उदाहरण : पछताय, हँसाय
उत्तर:
पावै, भावै, टारे, बिचारे

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

3. ‘खान-पान’ का अर्थ है ‘खान’ और ‘पान’। इसी प्रकार और पाँच उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
मान – सम्मान
भलि – भाँति
गुरु – शिष्य
भोग – विलास
जीवन – मरण

गृहकार्य : (ଘରକାମ)

(क) क्या आप विचार किये बिना कार्य करके उसका नतीजा भोग चुके हैं? जीवन की एक ऐसी घटना का वर्णन कीजिए।
(ତୁମେ କ’ଣ ବିନା ବିଚାରରେ କିଛି କାମ କରି ତାହାର ଫଳ ଭୋଗ କରୁଛ କି ?)
(ଜୀବନରେ ଘଟିଥ‌ିବା ଏହିଭଳି ଏକ ଘଟଣାର ବର୍ଣ୍ଣନା କର ।)
उत्तर:
हाँ, मैं बिना विचार किये कार्य करने का नतीजा भोग चुका हूँ। ऐसे ही एक बार मैंने बिना तैयारी और बेगैर योजना के परीक्षा दी थी। जिसका परिणाम यह हुआ कि परीक्षा में मेरे नम्बर कम आए और बाद की आँए ऊँची कक्षा की पढ़ाई समझने में मुझे कई दिक्कतें आने लगी। इसलिए मैंने अब से यह तय किया है कि परीक्षा शुरू होने के पहले पुरे सोच-विचार और पुरी योजना के साथ पढ़ाई करूँगा। जिससे परीक्षा मुझे कोई बोझ या भारी शरकम या कड़ी परीक्षा न लगे।
(ପିଲାମାନେ ନିଜେ ଶ୍ରେଣୀଗୃହରେ ଏହିଭଳି ଘଟଣା ବର୍ଣ୍ଣନା କରିବେ ।)

(ख) पठित कुंडलिया की आवृत्ति कीजिए और इसे याद रखिए।
(ପଠିତ କୁଣ୍ଡଲିୟାକୁ ଆବୃତ୍ତି କର ଏବଂ ଏହାକୁ ମନେରଖ ।)

अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

1. बिना बिचारे जो करै, सो पाछे पछताया।
उत्तर:
कवि गिरिधर कहते है कि प्रत्येक व्यक्ति कार्य शुरू करने से पहले उसके बारे में सोच विचार कर लेना जरुरत है। जो व्यक्ति विना सोच विचार के काम करने से काम बिगड़ जाता है उसे बाद में पछताना पड़ता है।

2. खान-पान सनमान, राग रंग मनहिं न भावै।
(ଖାନ୍-ପାନ୍ ସନମାନ୍, ରାଗ୍ ରଙ୍ଗ୍ ମନହିଁ ନ ଭାୱେ ।)
उत्तर:
यहाँ कवि गिरिधर कहते है कि व्यक्ति का खान-पान और मान-सम्मान उसे अच्छे नहीं लगते है। पर्बपर्बीणी, मागंलिक कार्यक्रम, उत्सव, विवाह आदि में उसे नीरास लगने लगते है। वे मानसिक रूप से बेचैन रहता है।

अति संक्षिप्त उत्तरमूलक प्रश्नोत्तर

A. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

प्रश्न 1.
गिरिधर कविराय किस रूप में सुपरिचित हैं?
उत्तर:
गिरिधर कविराय रीतिकाल के प्रसिद्ध नीतिकाव्यकार के रूप में सुपरिचित हैं।

प्रश्न 2.
गिरिधर की कुंडलियों में क्या कही गई हैं?
उत्तर:
गिरिधर की कुंडलियों में दैनिक जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी बातें कही गई हैं।

प्रश्न 3.
गिरिधर की कुंडलियाँ क्यों ज्यादा लोकप्रिय हुई?
उत्तर:
सीधी-सादी तथा सरल भाषा में रचित होने के कारण गिरिधर की कुंडलियाँ ज्यादा लोकप्रिय हुई।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 4.
हर व्यक्ति को किस प्रकार काम करना चाहिए?
उत्तर:
हर व्यक्ति को सोच समझकर काम करना चाहिए।

प्रश्न 5.
कौन पीछे पछताता है?
उत्तर:
जो व्यक्ति बिना सोच विचार के काम से लग जाता है वह पीछे पछताता है।

प्रश्न 6.
संसार में कौन हँसी का पात्र बनता है?
उत्तर:
बिना सोच विचार के काम करनेवाला व्यक्ति संसार में हँसी का पात्र बनता है।

प्रश्न 7.
कौन अपना काम बिगाड़ता है?
उत्तर:
जो व्यक्ति बिना सोच विचार के काम करता है वह अपना काम बिगाड़ता है।

प्रश्न 8.
क्या टालने पर नहीं टलता?
उत्तर:
दुःख टालने पर नहीं टलता।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 9.
मन में कौन सी बात खटकती रहती है?
उत्तर:
बिना सोच विचार के मैंने यह काम क्यों किया यही बात मन में खटकती रहती है।

प्रश्न 10.
भली-भाँति क्या सोच विचार कर लेना चाहिए?
उत्तर:
जीवन में कोई भी काम करने से पहले भली-भाँति सोच विचार कर लेना चाहिए।

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए।

प्रश्न 1.
कुंड़लिया में क्या कहा गया है?
उत्तर:
दैनिक जीवन के लिए

प्रश्न 2.
‘कुंड़लिया’ किसकी रचना है?
उत्तर:
गिरिधर कविराय

प्रश्न 3.
‘खटकत है’ का अर्थ क्या है?
उत्तर:
बुरा लगता है

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 4.
जीवन में असफल हो जाने पर मन में कौन-सी बात चिंता का कारण बनी रहती है?
उत्तर:
मैंने यह काम क्यों किया।

प्रश्न 5.
हर व्यक्ति को किस प्रकार काम करना चाहिए?
उत्तर:
सोच समझकर

C. रिक्तस्थानों को भरिए।

प्रश्न 1.
गिरिधर की कुंड़लिया ………………. भाषा में लिखी है।
उत्तर:
अवधी

प्रश्न 2.
”बिना बिचारे जो करै, सो पीछे पछताय'”- यह पंक्ति ……………….. कवि की है।
उत्तर:
गिरिधर कविराय

प्रश्न 3.
टालने पर ……………….. नहीं टलता।
उत्तर:
दु:ख

प्रश्न 4.
मन में ………………. सी बात खटकती रहती है।
उत्तर:
मैनेयह काम क्योंक्यिय

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 5.
असफलता की बात …………….. खटकती है।
उत्तर:
मन

प्रश्न 6.
………………. टालने पर नहीं टलता।
उत्तर:
दु:ख

D. सही उत्तर चुनिए।

1. ‘कुंडलिया’ के कवि हैं
(A) गिरिधर कविराय
(B) कबीर
(C) रहीम
(D) तुलसी
उत्तर:
(A) गिरिधर कविराय

2. कौन अपना काम बिगड़ता है?
(A) काम चौर
(B) आलसी
(C) सज्जन
(D) बिाना सोच-बिचार से काम करनेवाला
उत्तर:
(D) बिाना सोच-बिचार से काम करनेवाला

3. जगत में किसकी हँसी होती है?
(A) सोच-विचार से काम न करनेवाले की
(B) विचार से काम करनेवाले की
(C) काम को चोरी करनेवाले की
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) सोच-विचार से काम न करनेवाले की

4. कौन पीछे पछताता है?
(A) सोच-विचार के काम करनेवाला
(B) बदमासी से काम लेने वाला
(C) बिना सोच-विचार के काम करने वाला
(D) इनमेंम से कोई नहीं
उत्तर:
(C) बिना सोच-विचार के काम करने वाला

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

5. क्या टालने पर नहीं टलता?
(A) दु:ख
(B) कष्ट
(C) सुख
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) दु:ख

6. मन में कौन-सी बात खटकती है?
(A) सफलता की बात
(B) असफलता की बात
(C) बुराई
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(B) असफलता की बात

7. कब राग-रंग की अच्छा नहीं लगता?
(A) जब जग हँसाय होते हैं
(B) जब गाली पड़ती है
(C) जब अच्छा खाना मिलता है
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(A) जब जग हँसाय होते हैं

दोहे (ତେ।ହେ)

बिना बिचारे जो करै, से पाछे पछताय।
काम बिगारै आपनो, जग में होत् हँसाय॥
(ବିନା ବିଚାରେ ଢୋ କରେ, ସେ ପାଛେ ପଛତାୟ ।
କାମ୍ ବିଗାରେ ଆପ୍‌, ଜଗ୍ ମେଁ ହୋତ୍‌ ହଁସାୟ ॥)
हिन्दी व्याख्या:
कवि का यह कहना है कि हर व्यक्ति को सोच विचार करके काम करना चाहिए। जो बिना सोच विचार के काम करता है उसे बाद में पछताना पड़ता है। क्योंकि उसका काम बिगड़ जाता है।
ଓଡ଼ିଆ ଅନୁବାଦ:
କବିଙ୍କ ମତରେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ବ୍ୟକ୍ତି ବିଚାର କରି କାମ କରିବା ଉଚିତ । ଯିଏ ବିନା ବିଚାରରେ କାମ କରେ ସେ ପଛରେ ଅନୁତାପ କରେ କାରଣ ତାଙ୍କ କାମ ବିଗିଡ଼ିଯାଏ । ସେ ଦୁନିଆରେ ହାସ୍ୟାସ୍ପଦ ହୁଏ । ଲୋକେ ମଜାରେ ପରିହାସ କରି ହସନ୍ତି ।

जग में होत हँसाय, चित्त में चैन न पावे।
खान्- पान् सनमान, राग रँग मनहिं न भावै॥
(ଜଗ୍ ମେଁ ହୋତ୍ ହଁସାୟ, ଚିତ୍ତ ମେଁ ଚୈନ୍ ନ ପାୱେ।
ଖାନ୍-ପାନ୍ ସନମାନ୍, ରାଗ୍ ରିଗ୍ ମହିଁ ନ ଭାୱେ ॥)
हिन्दी व्याख्या:
संसार में वह हँसी का पात्र बनता है। मानसिक रूप से बेचैन रहता है। खान-पान और मान-सम्मान उसे अच्छे नहीं लगते। मनोविनोद के सारे साधन फीके लगते हैं।
ଓଡ଼ିଆ ଅନୁବାଦ:
ସଂସାରରେ ଥଟ୍ଟା ଉପହାସ ପାଉଥ‌ିବା ବ୍ୟକ୍ତି ମାନସିକ ସ୍ତରରେ ଶାନ୍ତି ପାଏ ନାହିଁ । ଖାଇବା- ପିଇବା ଏବଂ ମାନସମ୍ମାନ ଭଲ ଲାଗେ ନାହିଁ । ମନୋରଞ୍ଜନର ସମସ୍ତ କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମରେ ମନ ଲାଗେ ନାହିଁ ।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem 1(e) गिरधर की कुंडलियाँ

कह गिरिधर कविराय, दुःख कछु टरत न टारे।
खटकत है जिय माँहि, कियो जो बिना बिचारे॥
(କହ୍ ଗିରିଧର୍ କବିରାୟ, ଦୁଃଖ୍ କଛୁ ଟରତ୍ ନ ଟାରେ।
ଖଟକତ୍ ହୈ ଜିୟ ମାଁହି, କିୟୋ ଜୋ ବିନା ବିଚାରେ ॥)
हिन्दी व्याख्या:
दुःख को दूर करने के सारे प्रयत्न बेकार हो जाते हैं। मूल्यवान समय बर्बाद हो जाता है। बार-बार यह बात उसके मन को व्यथित करती है कि बिना सोचे और विचारे मैंने यह काम क्यों किया? अतएव जीवन में कोई भी काम करने से पहले हमें भली-भाँति सोच विचार कर लेना चाहिए ताकि बाद में पछताना न पड़े।
ଓଡ଼ିଆ ଅନୁବାଦ:
କବିଙ୍କ ମତରେ ଦୁଃଖକୁ ଦୂର କରିବାର ସମସ୍ତ ଚେଷ୍ଟା ବେକାର ହୋଇଯାଏ, ମୂଲ୍ୟବାନ୍ ସମୟ ନଷ୍ଟ ହୋଇଯାଏ । ବାରମ୍ବାର ଏହି କଥା ମନକୁ ବ୍ୟର୍ଥାତ କରେ, ବିନା ବିଚାରରେ କାହିଁକି କଲି ? ଜୀବନରେ କୌଣସି କାମ କରିବା ପୂର୍ବରୁ ପ୍ରଥମରୁ ଭଲ ଭାବରେ ବିଚାର କରି କାର୍ଯ୍ୟକଲେ ପଛରେ ଅନୁତାପ କରିବାକୁ ପଡ଼େନାହିଁ।

शबनार: (ଶରାର୍ଥି)

पाछे – पीछे, बाद में (ପଛରେ ପରେ)

बिगारै – बिगाड़ना (ବିଗାଡିଦେବା)

आपनो – अपना (ନିଜର)

होत – होना (ହେବା)

हँसाय – हँसी, मजाक (ଅଟ୍ଟା ପରିହାସ)

चित्त – मन (ମନ)

चैन – आराम (ଅ।ରାମ)

पान – पीना (ପିଇବା)

राग – गीत-संगीत (ଗୀତ – ସଙ୍ଗୀତ)

भावै – पसंद आना (ପସନ୍ଦ ହେବା)

कछु – कुछ (କିଛି)

टरत – टलना, हटना, दूर होना (ଟଳିଯିବା ହଟିବା ହର,ହେବ।)

टारे – टालना (ଚାଳିତ ତେବ)

खटकत – बुरा लगना (ଖରାପ ଲାଗିବା)

जिय – हृदय, मन (ହୃଦଯ, ମନ)

माँहि – बीच में (ମଧ୍ୟରେ)

कवि परिचय (କବି ପରିଚୟ)।

गिरिधर कविराय के जीवन के बारे में प्रामाणिक जानकारी नहीं मिलती। शिवसिंह सेंगर ने इनका जन्मकाल सन् 1713 ई. बताया है। लोग इन्हें अवध का निवासी मानते हैं। कविराय नाम से ऐसा लगता है कि वे जाति के भाट थे। जो भी हो, गिरिधर कविराय रीतिकाल के प्रसिद्ध नीतिकाव्यकार के रूप में सुपरिचित हैं। उनकी कुंडलियाँ विख्यात हैं और उत्तर भारत की जनता में खूब प्रचलित हैं। इनमें दैनिक जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी बातें कही गई हैं। सीधी-सादी तथा सरल भाषा में रचित होने के कारण ये ज्यादा लोकप्रिय हुईं। कुछ विद्वानों का मानना है कि ‘साईं’ शब्दावली कुंडलियाँ गिरिधर की पत्नी की रची हुई हैं। गिरिधर की कुंडलियाँ अधिकतर अवधी भाषा में ही मिलती हैं

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

Odisha State Board BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions  Poem (d) रहीम के दोहे Textbook Exercise Questions and Answers.

BSE Odisha Class 9 Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

प्रश्न और अभ्यास (ପ୍ରଶ୍ନ ଔର୍ ଅଭ୍ୟାସ)

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए।
(ନିମ୍ନ ଲିଖିତ ପ୍ରଶ୍ନୋ କେ ଉତ୍ତର ଦେ। – ତୀନ୍ ବାର୍କେ ମେଁ ଦୀଜିଏ) ।
(ନିମ୍ନଲିଖତ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଦୁଇଟି-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ ।)

(क) उत्तम प्रकृतिवाले लोगों के प्रति रहीम ने क्या कहा है?
(ଉତ୍ତମ୍ ପ୍ରକୃତିବାଲେ ଲେ। ଗେଁ। କେ ପ୍ରତି ରହୀମ୍ ନେ କ୍ୟା କହା ହୈ ?)
(ଭଲ ସ୍ବଭାବର ଲୋକମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ରହୀମ କ’ଣ କହିଛନ୍ତି ?)
उत्तर:
रहीम ने कहा कि जो व्यक्ति उत्तम आचरण और गुणों का होता है, उस पर कुसंग या बुरी संगति का प्रभाव नहीं पड़ता। सज्जन व्यक्ति बुरे लोगों के निकट होने पर भी उनकी बुराई को नहीं अपनाता। जैसे चन्दन पेड़ पर जहरीले साँप लपेटे रहने पर भी चन्दन पर जहर का कोई असर नहीं होता।

(ख) सच्चे मित्र का लक्षण क्या है- पठित दोहे के आधार पर समझाइए।
उत्तर:
(ସଜେ ମିତ୍ର କା ଲକ୍ଷଣ କ୍ୟା ହୈ ପଠିତ୍ ଦୋହେ କେ ଆଧାର ପର୍ ସମଝାଇଏ ।)
(ସଟ ବନ୍ଧୁର ଚରିତ୍ର କ’ଣ ? ପଠିତ ଛନ୍ଦକୁ ଆଧାର କରି ବୁଝାଅ ।)
सच्चा मित्र का लक्षण वही है जो विपत्ति के समय अपने मित्र के पास रहता है और अपनी शक्ति के अनुसार मित्र की मदद करता है। सच्चा मित्र का दूसरा लक्षण वही हो सकता है जो सुख दुःख हर समय अपने मित्र के पास रहता ह ।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक शब्द में दीजिए।
(ନିମ୍ନଲିଖୂ ପ୍ରଶ୍ନ। କେ ଉତ୍ତର ଏକ-ଏକ ଶବ୍ଦ ମେଁ ଦୀଜିଏ) ।
(ତଳଲିଖ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଗୋଟିଏ-ଗୋଟିଏ ଶବ୍ଦରେ ଦିଅ ।)

(क) किस पर कुसंग का प्रभाव नहीं होता?
( କିସ୍‌ର୍ କୁସଂଗ କା ପ୍ରଭାବ୍ ନେହୀ ହୋତା ?
(କାହା ଉପରେ କୁସଂଗର ପ୍ରଭାବ ପଡ଼େ ନାହିଁ ?)
उत्तर:
उत्तम प्रकृति

(ख) चन्दन वृक्ष पर कौन लिपटा रहता है?
(ଚନ୍ଦନ୍ ବୃକ୍ଷ ପର୍ କୌନ୍ ଲିପଟା ରହତା ହୈ ?)
(ଚନ୍ଦନ ଗଛରେ କିଏ ସଂଲଗ୍ନ ରହିଛି ?)
उत्तर:
भुजंग

(ग) किस पर साँप के विष का प्रभाव नहीं होता?
(କିସ୍‌ର୍ ସାଁପ୍ କେ ୱିସ୍ କା ପ୍ରଭାବ୍ ନହୀ ହୋତା ?)
(କାହା ଉପରେ ସର୍ପର ବିଷର ପ୍ରଭାବ ପଡ଼େ ନାହିଁ ?)
उत्तर:
चन्दन पेड़

(घ) साँप के साथ किसकी तुलना की गयी है?
(ସାଁପ୍ କେ ସାଥ୍ କିସ୍‌ ତୁଳନା କୀ ଗୟୀ ହୈ ?)
(ସର୍ପ ସହିତ କାହାକୁ ତୁଳନା କରାଯାଇଛି ?)
उत्तर:
कुसंग

(ङ) सच्चा मित्र कौन होता है?
(ସଜା ମିତ୍ର କୌନ୍ ହୋତା ହୈ ? )
(ପ୍ରକୃତ ବନ୍ଧୁ କିଏ ଅଟେ ?)
उत्तर:
जो दुर्दिन में साथ न छोड़े

3. अर्थ स्पष्ट कीजिए।
(ଅର୍ଥ ସ୍ପଷ୍ଟ କୀଜିଏ ।)
(ଅର୍ଥ ସ୍ପଷ୍ଟ କର ।)
(क) चन्दन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग।
उत्तर:
(ଚନ୍ଦନ୍ ୱିସ୍ ବ୍ୟାପତ୍ ନେହୀ, ଲ ପଟେ ରହତ୍ ଭୁଜଂଗ୍)।
उत्तर:
उत्तम व्यक्ति पर कुसंग यानी बुरी संगति का प्रभाव नहीं पड़ता अर्थात सज्जन व्यक्ति बुरे लोगों के निकट होने पर भी उनकी बुराई को नहीं अपनाता। जैसे – चन्दन वृक्ष पर विषधर सर्प रहने पर भी चन्दन पर कोई विष का प्रभाव नहीं पड़ा।

(ख) विपत्ति कसौटि जे कसे, तेइ सँचे मीत।
(ୱିପରି କସୌଟି ଜେ କସ୍‌, ତେଇ ଗାଁଚେ ମିତ୍) ।
उत्तर:
विपद समय में सच्चा मित्र पहचाना है। मित्र जो मित्र को दुर्दिन समय में न छोड़ कर जाते, और अपनी शक्ति और शामर्थ्य के अनुसार मदद कर रहा है वही ही सच्चा मित्र है। सच्चा मित्र दुःख और सुख दोनो समय में रहता है।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

4. पंक्तियाँ पूरी कीजिए।
(क) जो रहीम उत्तम प्रकृति, …………………………।
उत्तर:
का करि सकत कुसंग।

(ख) ………………… तेइ साँचे मीत।
उत्तर:
बिपत्ति कसौटि जे कसे।

भाषा-ज्ञान (ଭାଷା-ଜ୍ଞାନ)

1. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द लिखिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ତ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ବିପରୀତ ଶବ୍ଦ ଲେଖ ।)
उत्तम, मित्र, कुसंग, विष
उत्तर:
उत्तम – अधम
मित्र – शत्रु
कुसंग – सत्संग
विष – अमृत

2. नीचे लिखे अशुद्ध शब्दों को शुद्ध कीजिए।
(ତଳେ ଲିଖ୍ ଅଶୁଦ୍ଧ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକୁ ଶୁଦ୍ଧ କର ।)
कसौटि, मीत्र, संपति, भूजंग, उतम
उत्तर:
कसौटि – कसौटी
मीत्र – मित्र
संपति – संपत्ति
भूजंग – भुजंग
उतम – उत्तम

3. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ତ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ପ୍ରତିଶବ୍ଦ ବା ସମନାର୍ଥକ ଶବ୍ଦ ଲେଖ ।)
विष, भूजंग, उत्तम, विपत्ति, मित्र
उत्तर:
विष – जहर, हलाहल
विपत्ति – विपद, खतरा
भुजंग – साँप, सर्प
उत्तम – श्रेष्ठ
मित्र – दोस्त, साथी

4. नीचे लिखे शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକୁ ବାକ୍ୟରେ ପ୍ରୟୋଗ କର ।)
कुसंग, कसौटी, चंदन, संपत्ति, मित्र
उत्तर:
कुसंग – कुसंग का साथ मत दो।
कसौटी – सुनार कसौटी पथर से सही सोना परख करता है।
चन्दन – चन्दन के वृक्ष में साँप रहा करते हैं।
संपत्ति – विद्या महा संपत्ति कहलाती है।
मित्र – सच्चा मित्र सुख और दुःख हर समय साथ रहता है।

अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

1. विपत्ति कसौटि जे कसे, तेइ साँचे मीत।
(ବିପତ୍ତି କଲୌଟି ଜେ କସେ, ତେଇ ଗାଁଚେ ମୀତ୍ ।)
उत्तर:
कवि रहीम कहते है कि सच्चा मित्र विपत्ति के समय अपने मित्र के पास रहता है और अपनी शक्ति के अनुसार मित्र की सहायता करता है। फीर भी यह है कि सुख और दुःख दोनो समय में मित्र के पास रहता है वल्कि छोड़कर नहीं जाता।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

2. चंदन विष व्याप्त नहीं, लपटे रहत भुजंग।
(ଚନ୍ଦନ୍ ବିଷ୍ ବ୍ୟାପତ ନର୍ଜୀ, ଲପଟେ ରହତ୍ ଭୁଜଂଗ ।)
उत्तर:
यहाँ रहीम कहते है कि चन्दन वृक्ष पर जहरीले साँप लपेटे रहने पर भी चन्दन पर उसके जहर का कोई असर नहीं होता। अर्थ यह है कि सज्जन व्यक्ति वुरी लोगों के निकट होने पर भी उनकी बुराई को नहीं अपनाता।

अति संक्षिप्त उत्तरमूलक प्रश्नोत्तर

A. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए।

प्रश्न 1.
रहीम का पूरा नाम क्या था?
उत्तर:
रहीम का पूरा नाम अब्दुल रहीम खान था।

प्रश्न 2.
रहीम कौन थे?
उत्तर:
रहीम मुगल बादशाह अकबर के अभिभाबक तथा सेनापति बैरम खाँ के

प्रश्न 3.
रहीम के साहित्य की विशेषता क्या है?
उत्तर:
मार्मिकता और कवि हृदय की सच्ची संवेदना रहीम के साहित्य की विशेषता है।

प्रश्न 4.
रहीम किस भाषा में लिखते थे?
उत्तर:
रहीम ब्रज और अवधी भाषा में लिखते थे।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

प्रश्न 5.
किस पर बुरी संगति का प्रभाव नहीं पड़ता?
उत्तर:
उत्तम आचरण और गुण वाले व्यक्ति के ऊपर बुरी संगति का प्रभाव नहीं पड़ता।

प्रश्न 6.
जहरीले साँप किस पेड़ पर लिपटे रहते हैं?
उत्तर:
जहरीले साँप चन्दन के पेड़ पर लिपटे रहते हैं।

प्रश्न 7.
चंदन पेड़ की तुलना किसको की गई है?
उत्तर:
चंदन पेड़ की तुलना सज्जन ब्यक्ति से की गई है।

प्रश्न 8.
साँप के साथ किसकी तुलना रहीम ने की है?
उत्तर:
साँप के साथ कुसंग की तुलना रहीम ने की है।

प्रश्न 9.
सच्चे मित्र का पता किस समय चलता है?
उत्तर:
सच्चे मित्र का पता विपत्ति के समय चलता है।

प्रश्न 10.
सच्चा मित्र कोन होता है?
उत्तर:
जो अपने मित्र के दुर्दिन में साथ न छोड़कर उसकी सहायता करता है वही सच्चा मित्र होता है।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

प्रश्न 11.
कुसंग का प्रभाव किस पर नहीं होता?
उत्तर:
जो व्यक्ति उत्तम आचरण और अच्छे गुणों का होता है उस पर कुसंग का प्रभाव नहीं होता।

B. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए।

प्रश्न 1.
दुर्दिन में जो मित्र साथ देता है उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
सच्चा मित्र

प्रश्न 2.
जो रहीम उत्तम प्रकृति, का कर सकत
उत्तर:
कुसंग

प्रश्न 3.
किसपर साँप के विष का प्रभाव नहीं होता?
उत्तर:
चन्दन वृक्ष के ऊपर

प्रश्न 4.
किसपर कुसंग का प्रभाव नहीं होता?
उत्तर:
उत्तम प्रकृति

प्रश्न 5.
भुजंग के साथ किसकी तुलना की गयी है?
उत्तर:
कुसंग

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

प्रश्न 6.
जो दुर्दिन में साथ न छोड़े, उन्हे क्या कहते हैं?
उत्तर:
सच्चा मित्र

प्रश्न 7.
रहीम किस भाषा में लिखते थे?
उत्तर:
ब्रज और अवधी

प्रश्न 8.
रहीम कौन थे?
उत्तर:
बैराम खाँ के पुत्र

प्रश्न 9.
चंदन वृक्ष पर कौन लिपटा रहता है?
उत्तर:
साँप

प्रश्न 10.
साँप के साथ किसकी तुलना की गयी है?
उत्तर:
कुसंग

C. रिक्तस्थानों को भरिए।

प्रश्न 1.
……………. पेड़ पर साँप के विष का प्रभाव नहीं होता।
उत्तर:
चंदन

प्रश्न 2.
उत्तम प्रकृति वाले व्यक्ति पर …………….. का प्रभाव नहीं पड़ता।
उत्तर:
कुसंग

प्रश्न 3.
………………….. के साथ कुसंग की तुलना की गयी है।
उत्तर:
भुजंग

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

प्रश्न 4.
चन्दन पेड़ पर ………………. लिपटा रहता है।
उत्तर:
भुजंग

प्रश्न 5.
‘जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग'”- यह पंक्ति …………………. कवि की हैं।
उत्तर:
रहीम

प्रश्न 6.
…………………. पर साँप के बिष का प्रभाव नहीं होता।
उत्तर:
चंदन

प्रश्न 7.
विपत्ति ………………… की कसौटी है।
उत्तर:
मित्रता

D. सही उत्तर चुनिए।

1. जहरीले साँप किस पर लपेटे रहते हैं?
(A) नीम के पेड़ पर
(B) केले के पेड़ पर
(C) आम के पेड़ पर
(D) चन्दन के पेड़ पर
उत्तर:
(D) चन्दन के पेड़ पर

2. अच्छे गुणवाले व्यक्ति पर किसका प्रभाव नहीं पड़ता?
(A) भुंजग का
(B) कुंसग का
(C) दुर्ज्जन का
(D) लोगो का
उत्तर:
(B) कुंसग का

3. इनमें कौन-सी रचना रहीम की हैं?
(A) सप्तग्रंथ
(B) सप्तसूरी
(C) रहीम रत्नावली
(D) इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर:
(C) रहीम रत्नावली

4. रहीम किस धर्म के व्यक्ति थे?
(A) मुसलमान
(B) हिन्दू
(C) बिहारी
(D) इनमें से कोई भी नहीं
उत्तर:
(A) मुसलमान

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

5. चन्दन के पेड़ पर किसके विष का प्रभाव नहीं पड़ता?
(A) मेंढ़क का
(B) मनुष्य का
(C) साँप का
(D) इसमें से कोई भी नहीं
उत्तर:
(C) साँप का

6. जो अपने मित्र को उसके दुर्दिन में भी न छोड़े उसे क्या कहा जाता है?
(A) सच्चा
(B) सच्या लोग
(C) सच्चा मित्र
(D) धोखे बाज
उत्तर:
(C) सच्चा मित्र

7. रहीम किस भाषा में अपनी काव्य-रचना करते थे?
(A) ब्रज और अवधी
(B) ब्रज और पाली
(C) ब्रज और कारसी
(D) अवधी और पाली
उत्तर:
(A) ब्रज और अवधी

8. साँप के साथ किसकी तुलना की गयी है?
(A) मनुष्य की
(B) कुसंग की
(C) सच्चे मित्र की
(D) चन्दन पेड़ की
उत्तर:
(B) कुसंग की

9. मुसलमान होते हुए भी उन्होंने अपने आपको किसके गहरे रंग में रंग लिया था?
(A) शिव जी के
(B) कृष्ण-भक्ति के
(C) राम भक्ति के
(D) देव भक्ति के
उत्तर:
(B) कृष्ण-भक्ति के

10. उनके पिताजी का नाम क्या था?
(A) अकबर
(B) बैरम खां
(C) बीरवल
(D) टिपुसुलतान
उत्तर:
(B) बैरम खां

दोहे (ତେ।ହେ)

जो रही उत्तम प्रकृति, का कर सकत कुसंग।
चन्दन बिष ब्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग॥
(ଜୋ ରହୀମ୍ ଉତ୍ତମ୍ ପ୍ରକୃତି, କା କରି ସକତ୍ କୁସଂଗ୍।
ଚନ୍ଦନ୍ ବିଷ୍ ବ୍ୟାପତ ନର୍ଜୀ, ଲପଟେ ରହତ୍ ଭୁଜଂଗ୍ ॥)

हिन्दी व्याख्या:
रहीम कहते हैं कि जो व्यक्ति उत्तम आचरण और गुणों का होता है, उस पर कुसंग यानी बुरी संगति का प्रभाव नहीं पड़ता। अर्थात् सज्जन व्यक्ति बुरे लोगों के निकट होने पर भी उनकी बुराई को नहीं अपनाता। जैसे-चन्दन- पेड़ पर जहरीले साँप लपेटे रहने पर भी चन्दन पर उसके जहर का कोई असर नहीं होता। यहाँ चन्दन-पेड़ के साथ उत्तम गुणवाले व्यक्ति तथा साँप के साथ कुसंग की तुलना की गयी है।
ଓଡ଼ିଆ ଅନୁବାଦ:
ରହୀମୂଙ୍କ ମତରେ ଯେଉଁ ବ୍ୟକ୍ତି ଉତ୍ତମ ଗୁଣ ଓ ସ୍ୱଭାବର ହୋଇଥା’ନ୍ତି, ତାଙ୍କ ଉପରେ କୌଣସି ଖରାପ ପ୍ରଭାବ ପଡ଼େନାହିଁ । ଅର୍ଥାତ୍ ସଜ୍ଜନ ବ୍ୟକ୍ତି ଖଳଲୋକଙ୍କ ନିକଟ ହେଲେ ମଧ୍ୟ ତାଙ୍କ ଉପରେ ଖରାପର କୌଣସି ପ୍ରଭାବ ପଡ଼େ ନାହିଁ । ଯେପରି ସୁଗନ୍ଧିତ ଚନ୍ଦନ ବୃକ୍ଷରେ ବିଷଧର ସର୍ପ ରହିଲେ ମଧ୍ୟ ଚନ୍ଦନ ଉପରେ କୌଣସି ପ୍ରଭାବ ପଡ଼େ ନାହିଁ । ଏଠାରେ ଚନ୍ଦନ ବୃକ୍ଷ ସହିତ ଉତ୍ତମ ଗୁଣସମ୍ପନ୍ନ ବ୍ୟକ୍ତି ଓ ବିଷଧର ସର୍ପ ସହିତ କୁସଙ୍ଗକୁ ତୁଳନା କରାଯାଇଛି ।

BSE Odisha 9th Class Hindi Solutions Poem (d) रहीम के दोहे

कहि रहीम सम्पति सगे, बनत वहुत वहुरीत।
बिपत्ति कसौटि जे कसे, तेइ साँचे मीत॥
(କହି ରହୀମ୍ ସମ୍ପତି ସଗେ, ବନତ୍ ବହୁତ୍ ବହୁ ରୀତ୍।
ବିପରି କସୌଟି ଜେ କସେ, ତେଇ ଗାଁଚେ ମୀତ ॥)

हिन्दी व्याख्या:
रहीम का कहना है कि इस संसार में धन-दौलत के साथी अनेक होते हैं। अर्थात् किसी इन्सान के पास पैसा होने पर उससे मित्रता स्थापित करने लोग विविध ढंग से आ टपकते हैं। परंतु उनमें से कौन सच्चा मित्र है और कौन नहीं, इस बात का पता विपत्ति के समय चलता है। अर्थात् सच्चा मित्र उसे कहा जाएगा जो अपने मित्र को उसके दुर्दिन में भी न छोड़े अपितु उसकी सहायता करे।
ଓଡ଼ିଆ ଅନୁବାଦ:
ରହୀମଙ୍କ ମତରେ, ସଂସାରରେ ଧନ ଦୌଲତର ଅନେକ ସାଥୀ ଅଛନ୍ତି । କୌଣସି ବ୍ୟକ୍ତି ସ୍ଥାପନ କରିବାପାଇଁ ବିଭିନ୍ନ ଢଙ୍ଗରେ ଲୋକମାନେ ଆସି ପହଞ୍ଚିଥା’ନ୍ତି । ବନ୍ଧୁଙ୍କ ପାଖରେ ଧନ ଓ କ୍ଷମତା ନଥାଏ ସେହି ସମୟରେ ବନ୍ଧୁତା ସ୍ଥାପନ କରିଥିବା ବ୍ୟକ୍ତି ଛାଡ଼ି ଚାଲିଯାଏ । କବିଙ୍କ ମତରେ ପ୍ରକୃତ ମିତ୍ର ସେହି ଯିଏ ମିତ୍ରର ଦୁର୍ଦ୍ଦିନ ସମୟରେ ଛାଡ଼ିଯାଏ ନାହିଁ । ଶକ୍ତି ଓ ପାଖରେ ଧନ ବା କ୍ଷମତା କିନ୍ତୁ ଯେତେବେଳେ କାର୍ଯ୍ୟ ହାସଲ ହୋଇଯାଏ ବା କ୍ଷମତା ଅନୁସାରେ ମିତ୍ରକୁ ସାହାଯ୍ୟ ସହଯୋଗ କରିଥାଏ ।

शबनार: (ଶରାର୍ଥି)

उत्तम – श्रेष्ठ (ଶ୍ରେଷ୍ଠା)

प्रकृति – गुण, स्व (ଟୁଣ, ସୃ ଭାବ)

का – क्या (କ’ଣ)

करिसकत – कर सकता (କରିପାରିବ)

कुसंग – बुरी संगति

लपटे – लिपटना (ଗୁଡ଼େଇ ହୁଏ)

भुजंग – सांप (ସର୍ପି)

सगे – साथी (ଦୋସ୍ତ୍ର କୁସଙ୍ଗ)

बहुरीत – बहु भाँति (ବହ୍ମତ ପ୍ରକାର)

कसौटि – परख, जाँच (ପରୀକ୍ଷ।/ ଜ।ଞ୍ଚ)

कसे – परखे (ପରୀକ୍ଷ।/କରେ)

तेई – वही (ସେହି)

साँचे – सच्चा (ସଚ୍ଚୋଟ)

मीत – मित्र (ବକ୍ଷୁ)

कवि परिचय (କବି ପରିଚୟ)।

रहीम का पूरा नाम अब्दुल रहीम खानखाना था। उनका जन्म सन् 1556 के लगभग लाहौर में हुआ। उनके पिता मुगल बादशाह अकबर के अभिभावक तथा सेनापति बैरम खाँ थे। रहीम मुगलों के महल में पले- बढ़े। वे बड़े प्रतिभाशाली थे। वे अरबी, तुर्की, फारसी और संस्कृत के प्रकाण्ड पण्डित थे, साथ ही हिन्दी काव्य-कविता के बड़े मर्मज्ञ थे। इसलिए अकबर के दरबार के मशहूर नवरत्नों में रहीम गिने जाते थे। वे जन्म से मुसलमान होते हुए भी हिन्दुओं के प्रति प्रेम-भाव रखते थे। रहीम तुलसीदास, सूरदास, तानसेन और केशवदास के समकालीन थे। मार्मिकता और कवि हृदय की सच्ची संवेदना रहीम के साहित्य की विशेषता है।

मुसलमान होते हुए भी उन्होंने अपने आपको कृष्ण-भक्ति के गहरे रंग में रंग लिया था। अनुभूतियों के आधार पर उन्होंने अपनी रचनाओं में नीति के साथ-साथ भक्ति तथा प्रेम का सरस वर्णन किया है। उन्होंने अपने दोहों में मानव तथा समाज के कल्याण के साथ-साथ हिन्दू-मुस्लिम की एकता पर भी बल दिया है। रहीम की रचनाएँ हैं – रहीम सतसई, श्रृंगार सतसई, रास पंचाध्यायी, रहीम रत्नावली, बरवै नायिका भेद- वर्णन आदि। उनकी काव्य-रचना में प्रयुक्त छन्द हैं – दोहा, कवित्त, सवैया, सोरठा तथा बरवै। रहीम की भाषा ब्रज और अवधी है।